झुंझुनूं सांसद ने लोकसभा में उठाया चीन व्यापार मुद्दा
झुंझुनूं। सांसद बृजेंद्र सिंह ओला ने लोकसभा में अतारांकित प्रश्न के माध्यम से चीन के साथ व्यापार असंतुलन और व्यापार घाटे में वृद्धि का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के लिखित उत्तर से यह स्पष्ट हुआ कि पिछले पांच साल में चीन से आयात लगभग दोगुना और निर्यात आधा रह गया, जो सरकार की नीतियों की विफलता को दर्शाता है।
आत्मनिर्भर भारत और बढ़ता आयात
सांसद ने कहा कि जबकि सरकार आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया का दावा करती है, वहीं आयात में लगातार वृद्धि और निर्यात में कमी देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर रही है।
सरकार ने स्वीकार किया कि सोना, चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऊर्जा, मशीनरी और औद्योगिक इनपुट के आयात में भारी वृद्धि हुई है। 2024-25 में चीन से आयात 113.45 बिलियन डॉलर, जबकि निर्यात केवल 14.25 बिलियन डॉलर रहा।
घरेलू उद्योग और MSME पर प्रभाव
सांसद ओला ने कहा, “जब घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने की बात की जाती है, तो आयात पर निर्भरता क्यों बढ़ रही है?” उन्होंने बताया कि यह स्थिति MSME सेक्टर और रोजगार पर प्रतिकूल असर डाल रही है।
सरकार की नीतियों पर आलोचना
सांसद ने कहा कि सरकार व्यापार घाटे को सामान्य बताकर जनता को भ्रमित कर रही है। बढ़ता आयात, कमजोर निर्यात रणनीति और चीन पर निर्भरता देश की आर्थिक संप्रभुता के लिए खतरा है।
समाधान और सुझाव
सांसद ने घरेलू उद्योग और MSME सेक्टर को वास्तविक संरक्षण देने और आयात-आधारित विकास मॉडल की समीक्षा कर निर्यात-आधारित और रोजगार-सृजन करने वाली नीति बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।