मा योजना में कैशलेस न्यूरो सर्जरी से मिला नया जीवन
नरेंद्र की जान बची कैशलेस ऑपरेशन से
झुंझुनूं के ढूकिया हॉस्पिटल में न्यूरो विशेषज्ञ डॉ. नितिन चौधरी और उनकी टीम ने मा योजना के तहत कैशलेस ऑपरेशन कर एक युवक की जान बचाई।
वाहिदपुरा निवासी नरेंद्र सिंह, पुत्र दिलीप सिंह, 18 अगस्त को बाइक से लुमास जा रहा था। रास्ते में किसी वाहन की टक्कर से उसके सिर में गंभीर चोट लगी और खून का थक्का (ब्लड क्लॉट) बन गया।
बीडीके से जयपुर रेफर, पर मिला झुंझुनूं में इलाज
परिवारजन पहले नरेंद्र को बीडीके अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टरों ने जयपुर रेफर कर दिया। लेकिन समय पर इलाज के लिए परिजन ढूकिया हॉस्पिटल पहुंचे।
डॉ. नितिन चौधरी ने रिपोर्ट देखकर आश्वस्त किया कि ऑपरेशन झुंझुनूं में ही संभव है और उपचार कैशलेस मा योजना के तहत होगा।
सफल रहा ऑपरेशन
18 अगस्त की रात नरेंद्र का ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन के बाद उसे होश आ गया और 23 अगस्त को पूरी तरह स्वस्थ होकर छुट्टी दे दी गई।
नरेंद्र के पिता ने कहा—
“डॉक्टरों और योजना की वजह से हमारे बेटे की जान बची, हमें जयपुर नहीं जाना पड़ा।”
न्यूरो सर्जन ने दी अहम सलाह
डॉ. नितिन चौधरी ने बताया—
“सिर की चोट कभी नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए। खून का थक्का जानलेवा हो सकता है। ऐसे मामलों में तुरंत न्यूरो सर्जन से संपर्क करना जरूरी है।”
ढूकिया हॉस्पिटल की सुविधाएं
- 24×7 न्यूरो सर्जन और स्पाइन विशेषज्ञ
- मा योजना, RGHS, ECHS, ESIC में कैशलेस इलाज
- हड्डी जोड़ सर्जरी, ट्रॉमा, अस्थमा, मूत्र रोग, घुटना व कूल्हा ट्रांसप्लांट
- ब्लड और प्लाज्मा सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध
डॉ. मोनिका ढूकिया ने कहा—
“हमारा प्रयास है कि मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी गंभीर बीमारियों का आधुनिक और निशुल्क इलाज मिल सके।”