Posted inJhunjhunu News (झुंझुनू समाचार)

सीईओ यादव ने झुंझुनूं की पंचायतों का किया औचक निरीक्षण

CEO Yadav inspects Jhunjhunu village panchayat works and cleanliness drive

झुंझुनूं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलाश चंद्र यादव ने पंचायत समिति झुंझुनूं के अधीनस्थ ग्राम पंचायतों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मनरेगा, विधायक क्षेत्र विकास योजना, और स्वच्छता अभियान के तहत चल रहे कार्यों की गुणवत्ता की समीक्षा की।


दोरासर पंचायत का निरीक्षण

सीईओ यादव ने ग्राम पंचायत दोरासर में राजस्व ग्राम खतेहपुरा स्थित शहीद श्रीराम गावड़िया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कक्षा कक्ष मय बरामदा निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।

इसके साथ ही, मनरेगा योजना के तहत रा.उ.प्रा.वि. मेघवाल बस्ती दोरासर में पौधशाला निर्माण कार्य और वन विभाग नर्सरी दोरासर का भी जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान नर्सरी में श्रमिक अनुपस्थित पाए गए और गार्ड द्वारा गुमराह करने की कोशिश करने पर सीईओ ने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए।
उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी को स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा।


कुलोद कलां में वृक्षारोपण व निर्माण कार्यों की समीक्षा

ग्राम पंचायत कुलोद कलां में सीईओ यादव ने अजाड़ी खुर्द और संजय कॉलोनी में चारागाह विकास व वृक्षारोपण कार्यों का निरीक्षण किया।
उन्होंने राजकीय विद्यालय अजाड़ी खुर्द में निर्माणाधीन कक्षा कक्ष की गुणवत्ता की जांच की और कहा कि सभी कार्य समय पर पूरे हों

सीईओ ने ग्रामीणों से बातचीत कर नालियों, सड़कों, सरकारी भवनों और आम चौकों की स्थिति जानी और स्वच्छता पर सख्त निर्देश दिए।


पातुसरी पंचायत में स्वच्छता और आवास योजना की समीक्षा

ग्राम पंचायत पातुसरी में निरीक्षण के दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र में पौधशाला कार्य, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवासों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अतिरिक्त वार्ड निर्माण का निरीक्षण किया।

ग्राम भ्रमण के दौरान उन्होंने देखा कि सड़क पर पानी भरा हुआ है, जिस पर सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी को तत्काल समाधान के आदेश दिए।


अधिकारी रहे मौजूद

निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता विजेंद्र सिंह ढाका, विकास अधिकारी सीताराम, समन्वयक श्याम प्रकाश, और अन्य जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

सीईओ यादव ने कहा कि “ग्राम विकास तभी संभव है जब योजनाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता दोनों सुनिश्चित हों।”