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साइबर अपराध पर सर्जिकल स्ट्राइक, 7 राज्यों में फैले ठगी नेटवर्क का पर्दाफाश

Singhana police arrest two accused in cyber fraud case Jhunjhunu

झारोड़ा व नूहनिया के रहने वाले दो युवकों ने कमीशन के लालच में बैंक खाता देकर ठगी में की मदद, साइबर पोर्टल पर सात शिकायतें दर्ज

सिंघाना (झुंझुनूं)। जिला पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ₹1.65 लाख की ठगी के विभिन्न मामलों में दो आरोपियों को दबोच लिया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।


पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में कार्रवाई

यह कार्रवाई आईपीएस बृजेश ज्योति उपाध्याय, पुलिस अधीक्षक झुंझुनूं के निर्देशन में की गई।
अति. पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) देवेंद्र सिंह राजावत और वृताधिकारी नोपाराम भाकर (बुहाना) के सुपरविजन में
थानाधिकारी सीताराम (सिंघाना) के नेतृत्व में गठित टीम ने ठगी नेटवर्क का पर्दाफाश किया।


ऐसे खुला साइबर ठगी का जाल

नेशनल साइबर पोर्टल पर एक बैंक खाते से जुड़ी 7 शिकायतें दर्ज होने पर जांच शुरू की गई।
खाता दीपेश कुमार पुत्र सतपाल सिंह निवासी झारोड़ा, थाना बुहाना के नाम से पंजाब नेशनल बैंक, सिंघाना शाखा में पाया गया।

पूछताछ में दीपेश ने बताया कि उसने अपना बैंक खाता, पासबुक, एटीएम कार्ड और चेकबुक वीरपाल पुत्र कबूल सिंह (निवासी नूहनिया) को कमीशन के बदले दे रखी थी।
वीरपाल हर महीने उसे कुछ रुपये देता था और पूरे खाते का उपयोग खुद करता था।


सात राज्यों से जुड़ी ठगी की शिकायतें

जांच में सामने आया कि दीपेश के खाते पर उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, तेलंगाना और राजस्थान से कुल 7 शिकायतें दर्ज हैं।
इस खाते से ₹1,65,631 रुपये का लेनदेन हुआ है, जो ठगी के पैसों से जुड़ा पाया गया।


दोनों आरोपियों पर दर्ज हुआ अभियोग

प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दीपेश ने रुपयों के लालच में अपना बैंक खाता ठगी में उपयोग करने दिया।
पुलिस ने दीपेश कुमार और वीरपाल दोनों के खिलाफ अभियोग दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।


पुलिस का बयान

पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि

“जिले में साइबर अपराधों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
आमजन को भी ऐसे प्रलोभनों से बचने और संदिग्ध लेनदेन की तुरंत सूचना देने की सलाह दी गई है।”


साइबर सुरक्षा के प्रति अपील

पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपना बैंक खाता, एटीएम या पासबुक न दें।
साथ ही साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर ठगी की सूचना तुरंत दें ताकि त्वरित कार्रवाई हो सके।