14 राज्यों में फैली ठगी, 25 करोड़ का लेनदेन उजागर
झुंझुनूं / नवलगढ़, पुलिस थाना नवलगढ़ की टीम ने साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 25 करोड़ से अधिक की ऑनलाइन ठगी में लिप्त अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। अब तक 6 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
जयपुर में चल रहा था गिरोह का ठिकाना
थानाधिकारी राधेश्याम सांखला के नेतृत्व में गठित टीम ने जानकारी दी कि गिरोह जयपुर में फर्जी फर्मों के नाम पर फ्लैट/ऑफिस किराए पर लेकर युवाओं को मासिक वेतन पर भर्ती करता था। ये युवक 5-6 के ग्रुप में बांटकर अलग-अलग तरीकों से साइबर ठगी करते थे।
व्हाट्सएप पर ‘बॉस’ देता था निर्देश
गिरोह का मुखिया विदेशी मोबाइल नंबर्स से WhatsApp/Telegram पर ‘किंग’ या ‘बॉस’ नाम से जुड़कर सदस्यों को ठगी के लिंक, एप्स और स्क्रिप्ट्स भेजता था।
म्युल अकाउंट्स के जरिए करोड़ों का लेन-देन
पुलिस जांच में सामने आया कि
- गिरोह के सदस्यों ने 15 से अधिक फर्जी बैंक खातों के जरिए ठगी की रकम को म्युल अकाउंट्स में डाला।
- इन खातों में अब तक ₹25 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन पाया गया।
- केवल एक आरोपी के खाते में ₹5 करोड़ का लेनदेन सामने आया है।
14 राज्यों में 60 से अधिक शिकायतें
गिरोह के खिलाफ राजस्थान सहित 14 राज्यों में 60+ साइबर फ्रॉड शिकायतें दर्ज हैं। आरोपी सीकर, जयपुर, नवलगढ़, बधाल और गोविंदगढ़ जैसे क्षेत्रों से जुड़े हुए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की लिस्ट
अब तक गिरफ्तार 6 आरोपी:
- विकास सैनी – नवलगढ़
- नवीन सिंह – मध्यप्रदेश
- विजयपाल – रेनवाल, जयपुर
- अशोक नागर – गोविंदगढ़
- गोगराज – गोविंदगढ़
- बनवारीलाल – बधाल, जयपुर (ताजा गिरफ्तारी)
इन सभी से पीसी रिमांड पर पूछताछ जारी है।
ठगी की रकम का सट्टेबाजी और क्रिप्टो में निवेश
गिरोह के सदस्य 1WIN, S PAY, TOP PAY जैसे अवैध ऐप्स पर सट्टा खेलते हैं और USDT जैसी विदेशी डिजिटल करेंसी खरीदकर भारत में नकद रूप में कन्वर्ट करते हैं।
पुलिस का बयान
एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देश पर चल रही इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत और डीएसपी राजवीर सिंह की निगरानी रही।
थानाधिकारी राधेश्याम सांखला ने बताया:
गिरोह एक संगठित नेटवर्क की तरह काम कर रहा था। बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीकर और जयपुर में दबिश दी जा रही है।