40 महिला स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों से सजी अनोखी कृति
सूरजगढ़। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों पर वर्षों से शोध कर रहे लेखक धर्मपाल गाँधी की नई पुस्तक “आजादी की राहों में” 8 जून को वर्तमान अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा प्रकाशित की जाएगी। पुस्तक का संपादन अंजू गाँधी ने किया है।
पुस्तक में महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष और उनके अदम्य साहस की कहानियों को विस्तार से शामिल किया गया है। अंजू गाँधी ने बताया कि इसमें लगभग 40 क्रांतिकारी महिलाओं की वीर गाथाओं का वर्णन है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
धर्मपाल गाँधी ने कहा कि महिला सेनानियों के योगदान को नजरअंदाज कर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास अधूरा रहेगा। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में देश की प्रथम स्नातक महिला, ब्रिटिश काल की पहली महिला मंत्री, पहली महिला विधायक और संविधान सभा में शामिल 15 महिला प्रतिनिधियों की कहानियाँ भी शामिल की गई हैं।
पूर्व में प्रकाशित कृतियाँ
धर्मपाल गाँधी की पहले प्रकाशित पुस्तकें – ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’, ‘आजादी के दीवाने’ और ‘क्रांति का आगाज’ – भी स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन पर आधारित हैं और अमेजॉन पर उपलब्ध हैं।
विमोचन समारोह और सम्मान
8 जून को क्लब-27, सेक्टर-27, नोएडा में “भावांजलि-12 पुस्तक विमोचन एवं काव्य समारोह” का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर धर्मपाल गाँधी को “शब्द, शोध, सत्ता, इतिहासकार सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में देशभर के लेखक, कवि, सामाजिक कार्यकर्ता और साहित्यकार शामिल होंगे।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक
धर्मपाल गाँधी ने कहा कि “आजादी की राहों में” पुस्तक आने वाली पीढ़ियों को महिला स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान से अवगत कराएगी और उनके संघर्ष से प्रेरणा लेने का अवसर प्रदान करेगी।