धर्मपाल गाँधी की नई पुस्तक ‘इन्कलाब’ पर अंतिम चरण का कार्य जारी
सूरजगढ़, राष्ट्रीय साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संस्थान ‘आदर्श समाज समिति इंडिया’ के अध्यक्ष और प्रसिद्ध लेखक धर्मपाल गाँधी की आगामी पुस्तक का शीर्षक होगा — “इन्कलाब”।
यह पुस्तक भारत की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की शौर्य गाथाओं पर आधारित है।
स्वतंत्रता संग्राम पर वर्षों से शोधरत हैं धर्मपाल गाँधी
लेखक धर्मपाल गाँधी लंबे समय से स्वतंत्रता संग्राम और क्रांतिकारी आंदोलनों पर शोध कर रहे हैं।
वे अपनी लेखनी के माध्यम से उन गुमनाम नायकों और महिला स्वतंत्रता सेनानियों को सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं, जिनका योगदान इतिहास के पन्नों में कहीं खो गया।
गांधी ने बताया कि उनका उद्देश्य नई पीढ़ी को उन नायकों से परिचित कराना है जिन्होंने देश की आजादी के लिए प्राणों की आहुति दी।
पुस्तक का संपादन अंजू गाँधी करेंगी
“इन्कलाब” का संपादन अंजू गाँधी द्वारा किया जा रहा है, जबकि प्रकाशन वर्तमान अंकुर प्रकाशन, नोएडा से किया जाएगा।
पुस्तक में पंजाब प्रांत के ऐतिहासिक स्थलों, जैसे हुसैनीवाला शहीद स्मारक और जलियांवाला बाग़ की यात्रा का वृतांत भी शामिल किया गया है।
पूर्व प्रकाशित कृतियाँ रहीं चर्चित
धर्मपाल गाँधी इससे पहले चार चर्चित पुस्तकें लिख चुके हैं —
हिंद की क्रांतिकारी बेटियाँ
आजादी के दीवाने
क्रांति का आगाज़
आज़ादी की राहों में
इन सभी पुस्तकों को पाठकों और साहित्यकारों से व्यापक सराहना मिली है। चारों पुस्तकें अमेज़ॉन पर ऑनलाइन उपलब्ध हैं और अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा प्रकाशित की गई थीं।
लेखक का कहना है…
धर्मपाल गाँधी ने कहा —
“मेरी लेखनी का उद्देश्य केवल इतिहास को दोहराना नहीं, बल्कि उन शहीदों को सम्मान देना है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया।”
उन्होंने बताया कि ‘इन्कलाब’ पुस्तक के माध्यम से युवा पीढ़ी को आजादी के संघर्ष और उसके पीछे की वास्तविक कहानियों से जोड़ा जाएगा।
साहित्य के माध्यम से राष्ट्रभक्ति का संदेश
आदर्श समाज समिति इंडिया द्वारा शहीदों की जयंती और पुण्यतिथि पर नियमित आयोजन किए जाते हैं, ताकि समाज में देशभक्ति और जनसेवा की भावना जागृत हो।
‘इन्कलाब’ इसी उद्देश्य का साहित्यिक विस्तार है।