झुंझुनूं। आत्मा कार्यालय के प्रशिक्षण हॉल में सोमवार को कृषि आदान विक्रेताओं के लिए डिप्लोमा कोर्स के सप्तम बैच का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप निदेशक कृषि एवं परियोजना निदेशक (आत्मा) झुंझुनूं शीशराम जाखड़ ने की।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में कुल 40 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं जिन्हें 48 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बीज, उर्वरक और कीटनाशक पर विशेष प्रशिक्षण
जाखड़ ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को बीज, उर्वरक और कीटनाशक से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
यह डिप्लोमा उन कृषि आदान विक्रेताओं के लिए उपयोगी रहेगा, जिनके पास सरकार द्वारा निर्धारित योग्यता नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में कृषि तकनीकी, सरकारी कृषि योजनाओं की जानकारी और कृषि आदानों के व्यापार संबंधी कानूनों की जानकारी भी दी जाएगी।
कार्यक्रम में शामिल हुए अधिकारी और विशेषज्ञ
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त निदेशक कृषि, सीकर खंड शिवजीराम कटारिया रहे।
उन्होंने डिप्लोमा कोर्स की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रशिक्षणार्थियों को कृषि व्यवसाय में पारदर्शिता और दक्षता पर जोर देने की सलाह दी।
चीफ फेसिलिटेटर डॉ. सहदेव सिंह ने पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी, जबकि केवीके आबूसर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दयानंद ने प्रतिभागियों को नियमितता और लगन से प्रशिक्षण में भाग लेने की सलाह दी।
कार्यक्रम में रहे उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर सहायक निदेशक कृषि डॉ. सुमन मांजू, रामनिवास ढाका, कृषि अधिकारी प्रवीण कुमार, मनमोहन, प्रमोद कुमार, उप परियोजना निदेशक आत्मा शदाब, अनिता कुमारी, विजय ढाका, तपेश कुमार और रीतेश कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।