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ज्योति विद्यापीठ बगड़ में दो दिवसीय संस्था प्रधान वाक्पीठ शुरू

School heads gathered at Bagad for two-day educational conference

बगड़, जिले के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय सत्रारंभ वाक्पीठ शुक्रवार को ज्योति विद्यापीठ उच्च माध्यमिक विद्यालय, बगड़ में शुरू हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ हुआ।

मुख्य अतिथि संस्था प्रबंधक चिरंजी लाल सैनीडाइट प्राचार्या सुमित्रा झाझड़िया सहित कई विशिष्ट अधिकारी मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्या सुनीता कृष्णीया ने किया।

संस्था प्रबंधक सैनी ने सभी प्रधानों को सुविधायुक्त वातावरण देने का आश्वासन दिया और व्यवस्थाओं के लिए सभी ने विद्यापीठ का आभार प्रकट किया।


प्रथम दिवस की मुख्य वार्ताएं:

  • शैक्षिक नवाचार व योजनाएं
    प्रार्थना सभा संचालन, विद्यालय विकास योजना, नो बैग डे जैसे विषयों पर अनिता सैनी (प्रधानाचार्य, राउमावि पकोड़ी की ढाणी) ने चर्चा की।
  • डिजिटल और प्रशासनिक प्रक्रियाएं
    SNA भुगतान, DBT, शाला दर्पण, समसा ग्रांट, ब्लॉक रैंकिंग जैसे विषयों पर कपिल कुलहरी (प्रधानाचार्य, राउमावि बिशनपुरा) ने जानकारी दी।
  • छात्रवृत्ति और कल्याणकारी योजनाएं
    प्रमोद कुमार (प्रधानाचार्य, राउमावि उदावास) ने विद्यार्थियों विशेषकर बालिकाओं के लिए सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
  • खेलकूद और सह-शैक्षिक गतिविधियां
    प्रदीप झाझड़िया (व. शा. शिक्षक, बगड़) ने खेल योजनाओं की जानकारी दी।
  • सेवा नियम और विभागीय व्यवस्थाएं
    पेंशन, एसीपी, अनुपयोगी सामग्री की नीलामी, निविदा प्रक्रिया जैसे विषयों पर प्रताप सिंह (सहायक लेखाधिकारी, हाजा कार्यालय) ने प्रस्तुति दी।
  • स्काउट, एनसीसी, एनएसएस, इको क्लब
    इन गतिविधियों पर महेश कलावत (सीओ, स्काउट, झुंझुनूं) ने संवाद किया।
  • SMC व SDMC पुनर्गठन और महिला-शिक्षा
    सुशीला (प्रधानाचार्य, राउमावि बुडाना) ने महिला और बाल उत्पीड़नपीटीएम पर चर्चा की।
  • नामांकन और डिजिटल प्रवेशोत्सव
    राजेश कुमार और कृष्णा देवी बगड़िया ने MSRA, FLNक्लस्टर कार्यशालाओं पर बात की।
  • E-File, E-Dak और समग्र शिक्षा अभियान
    बलवीर सिंह हुड्डा (पीओ, ADPC, झुंझुनूं) ने शैक्षिक योजनाओं की प्रक्रिया और प्रावधान समझाए।

कार्यक्रम का उद्देश्य
इस वाक्पीठ का उद्देश्य संस्था प्रधानों को अद्यतन जानकारी देना व नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन में सहूलियत सुनिश्चित करना है।

आगामी सत्र
कार्यक्रम का द्वितीय दिवस और भी कई गहन विषयों और अनुभव साझा करने का मंच बनेगा।