सिंघाना में बड़ा खुलासा: फर्जी दस्तावेज़ से हासिल किया बिजली कनेक्शन
मामला कैसे शुरू हुआ?
झुंझुनूं, परिवादी कैलाश सैनी निवासी नया कुआं, सिंघाना ने 23 जनवरी 2023 को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि उनके दादा पालाराम सैनी के नाम पर बिजली कनेक्शन था, लेकिन उनके निधन (23 मार्च 1981) के बाद वह बंद कर दिया गया था।
बकाया राशि भी परिवार ने चुका दी थी, लेकिन आरोपियों ने बिजली विभाग को गुमराह कर मृत व्यक्ति के नाम से फर्जी दस्तावेज़ और जाली हस्ताक्षर के आधार पर कनेक्शन अपने नाम करवा लिया।
आरोपियों की चालबाज़ी
आरोपी बेगराज, गुरुदयाल और महेन्द्र कुमार सैनी ने फर्जी सहमति पत्र और नकली स्टांप बनवाकर बिजली कनेक्शन पर कब्जा कर लिया। सहमति पत्र में जिस व्यक्ति मूगाराम के हस्ताक्षर दिखाए गए, उसका निधन 2004 में ही हो चुका था।
पुलिस की कार्रवाई
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बिजली विभाग और अन्य विभागों से सभी दस्तावेज़ खंगाले। जाँच में यह साबित हुआ कि कनेक्शन फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर स्थानांतरित किया गया था।
आरोपी लंबे समय से फरार चल रहे थे, लेकिन 10 सितंबर 2025 को उनकी लोकेशन जयपुर में मिली। पुलिस टीम ने दबिश देकर आरोपी महेन्द्र को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दिया।