झुंझुनूं, संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रमिक संगठन राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत 26 नवंबर को झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट पर बड़ा धरना प्रदर्शन करेंगे।
यह निर्णय जन सूचना केन्द्र झुंझुनूं में हुई संयुक्त बैठक में लिया गया।
केंद्र की किसान–मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में आंदोलन
बैठक में कहा गया कि केंद्र सरकार द्वारा किसान–मजदूर विरोधी नीतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा के 13 महीनों के ऐतिहासिक किसान आंदोलन के दौरान हुए समझौते को अब तक लागू नहीं किया गया है।
इसके साथ ही, 44 श्रम कानूनों को रद्द कर 4 श्रम संहिता कानून लागू करने के विरोध में देशभर में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
झुंझुनूं के चार प्रमुख किसान संगठन होंगे शामिल
संयुक्त किसान मोर्चा के झुंझुनूं जिले के घटक संगठन —
- अखिल भारतीय किसान सभा
- अखिल भारतीय किसान महासभा
- क्रांतिकारी किसान यूनियन
- जय किसान आंदोलन
ये सभी श्रमिक संगठनों के साथ मिलकर 26 नवंबर को कलेक्ट्रेट पर संयुक्त धरना देंगे और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपेंगे।
बैठक में शामिल प्रतिनिधि
बैठक में कई प्रमुख किसान नेता शामिल हुए, जिनमें—
कामरेड फूलचंद बर्वर, कामरेड रामचंद्र कुलहरि, कामरेड पोकर सिंह झाझड़िया, कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, कामरेड बजरंग लाल (एडवोकेट) और कैलाश यादव प्रमुख हैं।
प्रवक्ता के रूप में कामरेड फूलचंद बर्वर और कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने जानकारी दी।