झुंझुनूं। राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर नौरंगराम दयानंद ढूकिया आयुर्वेद संस्थान में निःशुल्क पंचकर्म चिकित्सा शिविर का आयोजन हुआ। शिविर की शुरुआत भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना के साथ की गई।
97 मरीजों ने लिया लाभ
इस शिविर में कुल 97 मरीजों ने स्वास्थ्य परामर्श और उपचार का लाभ उठाया।
मरीजों को जोड़ों का दर्द, पाचन विकार, त्वचा रोग, माइग्रेन, साइटिका, नजला, सर्दी-खांसी-जुकाम जैसी बीमारियों के लिए परामर्श दिया गया।
साथ ही मरीजों को निःशुल्क आयुर्वेद औषधियां वितरित की गईं और पंचकर्म थैरेपी से रोगों का निदान किया गया।
संस्थान का उद्देश्य
संस्थान के सचिव डॉ. संदीप ढूकिया ने बताया कि अब से पंचकर्म चिकित्सा सेवाएं निरंतर उपलब्ध रहेंगी।
संस्थान की एकेडमिक डायरेक्टर सुनिता ढूकिया ने कहा –
“आयुर्वेद सिर्फ चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि एक जीवन शैली है, जो व्यक्ति को प्रकृति से जोड़ती है। हमें खुशी है कि इतने लोग इस पहल से लाभान्वित हुए।”
मरीजों ने जताया संतोष
शिविर में आए मरीजों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आयुर्वेद पर उनका विश्वास और मजबूत हुआ है।
लोगों का मानना है कि ऐसे कार्यक्रम जनस्वास्थ्य को बढ़ावा देने में कारगर हैं।
चिकित्सा दल रहा सक्रिय
इस अवसर पर डॉ. राकेश जानू, डॉ. प्रियंका लोटासरा, डॉ. राकेश कुमावत, डॉ. हिमांशी, डॉ. सिमरन पूनियां और पंचकर्म थैरेपिस्ट प्रजित के.के. ने अपनी सेवाएं दीं।
साथ ही इंटर्न विद्यार्थियों ने भी सहयोग दिया।