लंदन में होगा घूमर कार्यक्रम का आयोजन

१००० से ज्यादा लोग कर चुके हैं रजिस्ट्रेशन

मुख्य आकर्षण राजस्थानी गायक संजय जी मुकंदगढ़ वाले एवं राजस्थानी ब्रास बैंड होंगे

राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट की वार्षिक पत्रिका ‘घूमर- Charity for Education’ का होगा विमोचन

झुंझुनू, हम बात कर रहे हैं राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यू के द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘लंदन में घूमर- २०२३’ के बारे में, जो कि इस रविवार दिनांक १८ जून, २०२३ को फेल्थम, लंदन में आयोजित होने जा रहा है। गौरतलब है कि राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यू. के. का लक्ष्य भारत के हर कोने के बच्चों तक इस तरह पहुँच बनाना है कि देश के किसी भी कोने में कोई भी बच्चा धनाभाव में शिक्षा से वंचित न रहे। शिक्षा संत स्वामी केशवानंद एवं दानी सेठों की धरती शेखावाटी में जन्मे श्री सुरजीत सिंह ढाका, एवं उनके दो दोस्त सुरेश कुमार व अनिल कुल्हार ने मिलकर इस संस्था को स्थापित किया। प्रदेश के ये होनहार दो दशक पहले जब इंग्लैंड पहुंचे तो लगा कि अपने गावों में बहुत से बालक – बालिका धनाभाव में शिक्षा से वंचित रह जाते हैं और उनके सपने पंछी बनकर उड़ जाते हैं, तो इनको सच करने का बेडा उठाया और झुंझुनू के कुछ सरकारी विद्यालयों के बच्चों को गोद लेकर उनके डॉक्टर या इंजीनियर बनने के सपनो को साकार किया तो सुकून मिला। और अब इसी क्रम में इस मुहीम को आगे बढ़ने का अनवरत,अनथक प्रयास जारी है।

धीरे-धीरे छोटे स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करवाकर आसपास के और प्रवासी भामाशाहों को प्रोत्साहित किया और अबकी बार बड़े स्तर पर घूमर का आयोजन करने जा रहे हैं, प्रवासी राजस्थानियों का उत्साह इस कदर चरम पर है की यहाँ पधारने हेतु अतिथियों की एवं प्रस्तुति देने वाले भागीदारों की रजिस्ट्रशन प्रक्रिया को बीच में रोकना पड़ा, ताकि आयोजन की व्यवस्था पूर्वनिर्धारित संख्या के हिसाब से सही हो। आयोजन के दौरान ट्रस्ट की वार्षिक पत्रिका ‘घूमर- Charity for Education’ का विमोचन किया जायेगा, जिसमें ट्रस्ट की गतिविधियों, लाभार्थियों के कथन पत्र, ट्रस्ट के भामाशाह, राजस्थान की कला, संस्कृति एवं खान पान के बारे में चर्चा की गयी है। यह आयोजन काफी दिलचस्प नज़र आता है जिसमें अपनी धरती से दूर बैठे प्रवासी भारतीय भी अपनी मिट्टी की महक, संगीत की खनक और खाने के स्वाद का लुत्फ़ उठा पाएंगे। महत्वपूर्ण यह भी है की इसमें न केवल राजस्थानी बल्कि अन्य भारतीय प्रदेशों जैसे हरयाणा, पंजाब, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना एवं पश्चिम बंगाल के प्रवासी बंधु भी शरीक होंगे।

लंदन में घूमर- २०२३ कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रसिद्द राजस्थानी गायक संजय जी मुकंदगढ़ वाले एवं राजस्थानी ब्रास बैंड होंगे। संजय बिरख और ब्रास बैंड के सदस्य लंदन पहुँच चुके हैं। इनके अलावा यहाँ रहने वाले प्रवासी राजस्थानी बंधु एवं बच्चे विभिन्न राजस्थानी तथा हिंदी गानों पर रंगारंग प्रस्तुति देने वाले हैं। कार्यक्रम में आने वाले लोग इसका पूरा आनंद ले सकें इसके मध्यनजर बच्चों के लिए अलग गतिविधियों का प्रबंध किया गया है। साथ ही श्री हनवंत सिंह राजपुरोहित अपनी टीम ‘केतराज‘ के साथ राजस्थानी खाने की व्यवस्था सम्हालेंगे। फर्स्ट एड की जिम्मेदारी ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य डॉ रामचंद्र घासल उठाएंगे। मंच सञ्चालन का जिम्मा रचना ढाका, मुक्ता चौधरी एवं अचल सोनी सम्हालेंगे, जोकि राजस्थानी, हिंदी एवं अंग्रेजी तीनों भाषाओँ में किया जायेगा। टिकट और रजिस्ट्रशन का जिम्मा हमारे अजीज अमित झाझड़िया ने सम्हाला है, भाई कमल सहारन, विनोद जी भादू एवं प्रवीण जांगिड़ टेक्नोलॉजी सहायक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। बहरहाल, कार्यक्रम का भव्य आयोजन सुनिश्चित करने हेतु वालंटियर्स की अलग – अलग टीम तैयार की गयी हैं, जिसकी पिछले एक माह से हर सप्ताहांत में दो बार मीटिंग होती है एवं विभिन्न विषयों पर चर्चा कर कार्यक्रम की यथास्तिथि का जायजा लिया जाता है और कमियों को दुरुस्त किया जाता है।

राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यू.के. भारत में शिक्षा एवं ग्रामोत्थान को बढ़ावा देने के साथ-साथ इंग्लैंड में राजस्थानी कला एवं संस्कृति को सहेजने तथा प्रवासी राजस्थानी बंधुओं को जोड़कर रखने का काम करता है। इससे लोग अपनी जड़ों से भी जुड़े रहते हैं और अपने देश की प्रगति में भी सहयोग कर पाते हैं। साथ ही विदेश में बसे अपनों से मिलकर एक दूसरे को परिवार के सदस्यों की तरह प्रोत्साहित भी करते हैं। आशा है, कि घूमर सफल रहे और ज्यादा से ज्यादा लोग भविष्य में राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट से जुड़े ताकि हम सब एक बेहतर समाज एवं शांतिपूर्ण विश्व बनाने के यज्ञ में अपनी आहूति दे सकें। जितने लोग जुड़ेंगे, उतना ही सहयोग बढ़ेगा और ज्यादा बच्चों कि मदद हो पायेगी। इसलिए कृपया भारतवर्ष के बेहतर भविष्य की इन बुनियादों को सहारा देने हेतु इस संस्था से जुड़ें और इन जरुरतमंद बच्चो की हरसंभव मदद कर आने वाली पीढ़ी का सम्बल बनें।