झुंझुनूं जिले में 60,000 से अधिक अपात्रों को हटाया गया
झुंझुनूं में GIVE UP अभियान जोरों पर
राजस्थान सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से ‘GIVE UP अभियान’ पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है, जिसमें झुंझुनूं जिले में भी तेज़ी से कार्रवाई जारी है।
जिला रसद अधिकारी डॉ. निकिता राठौड़ ने जानकारी दी कि 31 अक्टूबर 2025 तक अपात्र लाभार्थी स्वयं ऑनलाइन आवेदन कर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) से अपना नाम हटा सकते हैं।
कौन होते हैं अपात्र लाभार्थी?
डॉ. राठौड़ ने बताया कि निम्नलिखित परिवार खाद्य सुरक्षा योजना के लिए अपात्र माने जाते हैं:
- परिवार में कोई आयकर दाता हो
- कोई सदस्य सरकारी, अर्द्धसरकारी या स्वायत्त संस्था में कार्यरत हो
- वार्षिक आय ₹1 लाख से अधिक हो
- परिवार में किसी के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रैक्टर जैसे रोजगार हेतु वाहन को छोड़कर)
ऐसे परिवारों को सलाह दी गई है कि वे स्वयं आगे आकर योजना से नाम हटवाएं, ताकि जरूरतमंदों को लाभ मिल सके।
अब तक कितने नाम हटाए गए?
डॉ. राठौड़ ने बताया कि झुंझुनूं में 12,108 राशन कार्डों को योजना से बाहर किया जा चुका है, जिससे करीब 60,540 यूनिट (व्यक्तियों) को लाभार्थी सूची से हटा दिया गया है।
नोटिस भी जारी, कार्रवाई शुरू
अब तक 400 अपात्र लाभार्थियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं, और उनसे योजना से नाम हटाने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
कहां और कैसे करें आवेदन?
लाभार्थी स्वयं खाद्य विभाग की वेबसाइट या ई-मित्र केंद्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
डॉ. राठौड़ ने अपील की:
“अपात्र लोग स्वयं योजना से बाहर होकर जरूरतमंदों के लिए स्थान खाली करें। यह एक सामाजिक जिम्मेदारी है।“