करणी सेना ने जताया पत्रकारों के समर्थन में आंदोलन का संकेत
श्री राजपूत राष्ट्रीय करणी पत्रकारों के सम्मान में उत्तरी मैदान में
झुंझुनूं, जिला मुख्यालय पर सूचना केंद्र के अधिग्रहण को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।श्री राजपूत राष्ट्रीय करणी सेना ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। नीमकाथाना जिला अध्यक्ष सुरेंद्र फौजी ने कहा कि अगर प्रशासन ने सूचना केंद्र भवन को एसीबी कार्यालय में बदलने की कोशिश की, तो करणी सेना हजारों कार्यकर्ताओं के साथ झुंझुनूं कलेक्ट्रेट का घेराव करेगी।
पत्रकारों का अपमान बर्दाश्त नहीं – करणी सेना
सुरेंद्र फौजी ने कहा कि “पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं, और सूचना केंद्र उनका अधिकार है। यदि इस भवन को जबरन छीना गया तो हम उग्र आंदोलन करेंगे।”
उन्होंने जिला कलेक्टर से अपील की कि एसीबी कार्यालय के लिए कोई अन्य स्थान तय किया जाए, लेकिन सूचना केंद्र को छेड़ा न जाए।
पड़ोसी जिलों तक फैला विवाद
यह मामला अब झुंझुनूं तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि सीकर, चुरू और जयपुर के मीडिया संगठनों और सामाजिक संगठनों तक भी चर्चा का विषय बन गया है।
करणी सेना के अनुसार, “जब भी जरूरत पड़ी, हम झुंझुनूं में हजारों सैनिकों के साथ पहुंचेंगे और पत्रकारों के सम्मान की रक्षा करेंगे।“
क्या है विवाद की पृष्ठभूमि?
सूत्रों के अनुसार, जिला प्रशासन सूचना केंद्र भवन को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के नए न्यायालय के रूप में उपयोग में लेने की योजना बना रहा है।
इस पर स्थानीय पत्रकार संगठनों ने आपत्ति जताई है और विकल्प सुझाने की मांग की है।
आगे क्या?
अब निगाहें जिला प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हैं।
क्या प्रशासन संवाद का रास्ता चुनेगा या आंदोलन की आशंका सच साबित होगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।