झुंझुनूं। श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी में बहुद्देश्यीय अनुशासन विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन (हाइब्रिड) सेमिनार आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती वंदना के साथ किया गया।
प्रेसिडेंट डॉ. मधु गुप्ता ने दिया प्रेरक संदेश
प्रेसिडेंट डॉ. मधु गुप्ता ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन शिक्षा और अनुशासन के सकारात्मक पहलुओं को अपनाना शोध कार्य का महत्वपूर्ण आधार है।
ज्ञान आदान–प्रदान का बेहतरीन मंच
रजिस्ट्रार डॉ. अजीत कुमार ने स्वागत भाषण में कहा कि यह सेमिनार शोधार्थियों के लिए ज्ञान आदान–प्रदान का उत्कृष्ट मंच है।
चेयरपर्सन डॉ. विनोद टिबडेवाला ने भी अपने ऊर्जावान संबोधन से प्रतिभागियों को प्रेरित किया।
सेमिनार में 220 शोधार्थियों की भागीदारी
सेमिनार में कुल 220 शोधार्थियों ने भाग लिया, जिनमें से
- शनिवार को 64 शोधार्थियों ने
- रविवार को 65 शोधार्थियों ने
अपने रिसर्च पेपर प्रकाशित किए।
इस प्रकार कुल 129 प्रेजेंटेशन दिए गए।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं का योगदान
कार्यक्रम में राष्ट्रीय वक्ता डॉ. एस.के. सैनी,
डीन लॉ विभाग डॉ. अनिल कुमार,
अंतरराष्ट्रीय वक्ता असीम कुमार मुखोपाध्याय,
सीपीए ऑस्ट्रेलिया नागेश श्रीनिवासन,
डॉ. इकराम कुरैशी,
डॉ. विजय माला,
डॉ. अर्चना भिसे,
डॉ. मुनेश कुमार और
डॉ. प्रभा रस्तोगी
ने अपने विचार साझा किए।
आयोजन टीम की सराहनीय भूमिका
सेमिनार के संयोजक डॉ. अजीत कुमार, सहसंयोजक डॉ. आरती पंवार व डॉ. केलापति पूनियां रहे।
कार्यक्रम संचालन व तकनीकी सहयोग में डॉ. नाजिया हुसैन की अहम भूमिका रही।
अंत में सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया गया।