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Jhunjhunu News: झुंझुनू जिला कलेक्टर का आदेश बना चर्चा का विषय

Mandawa JEN given AEN charge, public questions collector's decision

जिला कलेक्टर डॉ. अरूण गर्ग के आदेश पर उठे सवाल

जिला कलेक्टर की गलती या फिर कुछ और….?

झुंझुनूंनगर पालिका मंडावा में एक ऐसा प्रशासनिक आदेश सामने आया है, जो शुक्रवार को पूरे जिले में चर्चा का विषय बना रहा।

जिला कलेक्टर डॉ. अरुण गर्ग द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, मंडावा नगर पालिका में कार्यरत जेईएन महेशचंद्र महावर को एईएन का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है।

बिना पद सृजन, दिया गया चार्ज

गौर करने वाली बात यह है कि मंडावा नगर पालिका में एईएन का कोई पद ही स्वीकृत नहीं है, फिर भी जेईएन को चार्ज देने का निर्णय लिया गया।

प्रश्न यह उठता है कि जब कोई पद नहीं है, तो फिर चार्ज किस आधार पर और किसके अंतर्गत सौंपा गया?

जेईएन खुद ही करेंगे निगरानी?

इस फैसले से प्रशासनिक स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।

  • जेईएन महेश महावर को एईएन का चार्ज दिए जाने से अब वे अपने ही कार्यों की निगरानी और ऑब्जर्वेशन खुद ही करेंगे।

अन्य पालिकाओं की स्थिति

  • नवलगढ़ नगर पालिका और झुंझुनूं नगर परिषद में एईएन के पद स्वीकृत हैं।
  • मंडावा से 54 किलोमीटर दूर खेतड़ी पालिका को झुंझुनूं एईएन के अधीन रखा गया है और वहां कोई आपत्ति नहीं है।
  • मंडावा, जो झुंझुनूं से मात्र 28 किलोमीटर दूर है, वहां स्थानीय जेईएन को ही चार्ज देने की आवश्यकता क्यों पड़ी?

पुराना विवाद भी बना आधार

महेश महावर पहले भी मार्च माह में विवादों के चलते एपीओ हो चुके हैं, ऐसे में उन्हें दोबारा मंडावा में अतिरिक्त जिम्मेदारी देना भी कई सवाल खड़े करता है।