Rajasthan Success Story 2025 : अक्सर कहा जाता है शिक्षा से आप दुनिया बदल सकते है। ऐसी ही एक प्रेणना दायक सफलता कि कहानी लेकर आये है जिसने राजस्थान के झुंझनू जिले का नाम रोशन किया है। बता दे कि संघर्ष कि इस कहानी में जिम्मेदारियां रास्ता नहीं रोकतीं, बल्कि हौसला और बढ़ा देती हैं। इस
चिड़ावा कस्बे की लक्ष्मी
जानकारी के लिए बता दे कि राजस्थान के झुंझुनूं जिले के चिड़ावा कस्बे की लक्ष्मी ने सच कर दिखाया है। मां बनने के बाद भी पढ़ाई नहीं छोड़ी और कड़ी मेहनत के दम पर राजस्थान न्यायिक सेवा (RJS-2025) परीक्षा में प्रदेश स्तर पर 16वीं रैंक हासिल कर ली। उनकी ये सफलता कि कहानी युवाओं के लिए बड़ी ही प्रेणना देने वाली है।Success Story
2018 में शादी के बाद पढाई रखी जारी
लक्ष्मी का सफर आसान नहीं था। वर्ष 2018 में शादी के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई को जारी रखा। इसके बाद जब वह मां बनीं तो जिम्मेदारियां और बढ़ गईं। घर-परिवार, बच्चे की देखभाल और सामाजिक दायित्वों के बीच समय निकालकर पढ़ाई करना उनके लिए बड़ी चुनौती थी। बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी और लक्ष्य पर डटी रहीं। लक्ष्मी बताती हैं कि कई बार परिस्थितियां कठिन लगीं, लेकिन परिवार के सहयोग और आत्मविश्वास ने उन्हें आगे बढ़ने की ताकत दी।Success Story
मां बनना महिला की ताकत
मिडिया से रूबरू होते हुए लक्ष्मी ने कहा कि ‘मेरे लिए यह यात्रा संघर्षों से भरी रही, लेकिन परिवार और गुरुजनों का साथ मिला। ईश्वर की कृपा से हर मुश्किल को पार कर सकी।’ लक्ष्मी का मानना है कि मां बनना किसी भी महिला की कमजोरी नहीं, बल्कि उसकी सबसे बड़ी शक्ति होती है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मातृत्व ने उन्हें और अधिक जिम्मेदार, धैर्यवान और मजबूत बनाया।