पीएचईडी मंत्री की फटकार के बाद पेयजल व्यवस्था में तेजी के निर्देश
झुंझुनूं, पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के हालिया दौरे और पेयजल संकट पर सख्त टिप्पणी के बाद जिला कलेक्टर रामावतार मीणा की अध्यक्षता में हुई साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जल आपूर्ति व्यवस्था की गहन समीक्षा की गई।
पेयजल संकट पर विशेष फोकस
बैठक में जिला कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सूख चुके नलकूपों की सूचना तत्काल भेजी जाए और मरम्मत सामग्री की उपलब्धता समय पर सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जलदाय विभाग को कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करने को कहा।
मलसीसर डैम में जल की स्थिति पर भी चर्चा हुई, साथ ही नरहड़ क्षेत्र में उत्पन्न जल संकट के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए गए।
बिजली आपूर्ति व स्वास्थ्य सेवाएं
आंधी-तूफान के कारण बाधित हुई बिजली आपूर्ति पर भी बैठक में चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि 220 केवी लाइन क्षतिग्रस्त होने से उदयपुरवाटी व नवलगढ़ क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिसे अगले 12 घंटे में बहाल कर दिया जाएगा।
चिकित्सा विभाग को लू व मौसमी बीमारियों से बचाव हेतु अस्पतालों में पर्याप्त दवाइयां व संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
बजट घोषणाओं पर सख्ती
कलेक्टर मीणा ने राज्य बजट की घोषणाओं को समयबद्ध तरीके से लागू करने हेतु प्रभावी मॉनिटरिंग का तंत्र विकसित करने को कहा। साथ ही राजस्थान संपर्क पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के नियमित निस्तारण की हिदायत दी गई।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधीनस्थ कर्मचारियों को भी शिकायतों के प्रति संवेदनशील बनाएं।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद
मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजीत सिंह, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता राजपाल सिंह, सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर, पीएमओ डॉ. जितेंद्र भांबू, नगर परिषद आयुक्त दिलीप पूनिया, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल अनिल पूनिया, महिला एवं बाल विकास उपनिदेशक बृजेंद्र सिंह राठौड़, अल्पसंख्यक अधिकारी नेहा झाझड़िया, उद्योग विभाग सहायक आयुक्त अभिषेक चौपदार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।