झुंझुनूं | झुंझुनूं स्थित श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी एवं त्रिभुवन विश्वविद्यालय नेपाल के जनता बहुमुखी कैंपस इटहरी सुनसरी के बीच बुधवार को एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक, सांस्कृतिक और खेल आदान-प्रदान समझौता हुआ।
आपसी सहमति के बिंदु
इस अवसर पर जेजेटी यूनिवर्सिटी के सभागार में हुए कार्यक्रम में नेपाल से आए विकास के.सी. खत्री (चेयरपर्सन) और जेजेटी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. अजीत कुमार ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन के मुख्य बिंदु:
- शिक्षा और शोध की गुणवत्ता को बढ़ावा देना
- फैकल्टी और छात्र आदान-प्रदान
- विद्यार्थियों को विदेश में अध्ययन और अनुभव का अवसर
- प्रशिक्षण, वर्कशॉप, सेमिनार व सम्मेलन के आयोजन
- सांस्कृतिक और खेल सहभागिता बढ़ाना
- सामुदायिक भागीदारी और अनुभव साझाकरण
सांस्कृतिक सौहार्द और स्वागत
कार्यक्रम में दोनों देशों की सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देते हुए राजस्थानी दुपट्टा व स्मृति चिन्ह तथा नेपाली टोपी व रुद्राक्ष माला के माध्यम से मेहमानों का पारंपरिक स्वागत किया गया।
विश्वविद्यालय प्रतिनिधियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में प्रेसिडेंट डॉ. देवेंद्र सिंह ढुल, चेयरपर्सन डॉ. विनोद टिंबडेवाला, डीन डॉ. राम दर्शन फोगाट, सीएफओ डॉ. अमन गुप्ता, खेल निदेशक डॉ. अरुण कुमार, प्रो-वोस्ट डॉ. सुरेंद्र कुमार, पीआरओ डॉ. रामनिवास सोनी, कपिल जानू, विक्रम चौधरी आदि मौजूद रहे।
वहीं नेपाल से आए राजन भट्टा राय, सहदेव काफले, वेणु प्रसाद, शीतोला, मनदीप भट्टा राय ने भी सहभागिता दर्ज की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुलेगा छात्रों का भविष्य
चेयरपर्सन डॉ. टिंबडेवाला ने बताया कि, “विदेशी संस्थान से एमओयू होने से छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा, रिसर्च व रोजगार के बेहतरीन अवसर मिलेंगे।”