Posted inJhunjhunu News (झुंझुनू समाचार)

झुंझुनू जिला मुख्यालय के पत्रकारों ने की मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग

मीडियाकर्मियों के हुए अधिकारों के हनन को लेकर सौपा गया ज्ञापन

Overview:

अगर मिडिया कर्मियों को कवरेज की अनुमति ही नहीं थी तो झुंझुनू पुलिस अधीक्षक द्वारा मिडिया कर्मियों के पास क्यों बनवाये गए और पास बनवाये तो कवरेज से दूर क्यों रखा गया यह सवालिया निशान जिला प्रसाशन की कार्यशेली पर सवाल खड़ा करता हैं और एक गभीर जाँच का विषय हैं।

झुंझुनू, झुंझुनू जिले में आज मुख्यमंत्री भजन लाला शर्मा का दौरा रहा जिसको लेकर झुंझुनू मुख्यालय सर्किट हॉउस में जनसुनवाई का आयोजन किया गया था जिसको लेकर पीड़ित दूर दूर से मुख्यमंत्री को अपनी शिकायत बताने के लिए आये हुए थे। इस दौरान कुछ पुलिस कर्मी और प्रशासनिक अधिकारी परिवादियों के शिकायत पत्र टटोलने में लगे हुए थे कि उनकी शिकायत किस संदर्भ में हैं कही उनके खिलाफ तो नहीं हैं और हैं तो उनके द्वारा परिवादियों को बहलाने फुसलाने के साथ दवाब बनाने का प्रयास किया गया। उनकी अकर्मण्यता और लापरवाही मुख्यमंत्री के सामने आने से बच सके। उक्त आयोजन में जिला स्थानीय प्रसाशन के जिम्मेदारो के चेहरो पर अपनी कमियों का डर साफ नजर आ रहा था जिसको लेकर स्थानीय मिडिया को कवरेज से दूर रखा गया इसी के साथ मिडिया को एक टेंट में कैद कर गेट पर एक पुलिस कर्मी को भी तैनात कर दिया जिससे कोई भी मिडिया कर्मी बाहर ना जा सके व कुछ मिडिया कर्मियों को तो सर्किट हॉउस में भी घुसने नहीं दिया गौरतलब हैं कि अगर मिडिया कर्मियों को कवरेज की अनुमति ही नहीं थी तो झुंझुनू पुलिस अधीक्षक द्वारा मिडिया कर्मियों के पास क्यों बनवाये गए और पास बनवाये तो कवरेज से दूर क्यों रखा गया यह सवालिया निशान जिला प्रसाशन की कार्यशेली पर सवाल खड़ा करता हैं और एक गभीर जाँच का विषय हैं।

मुख्य्मंत्री का झुंझुनू दौरा और जनसुनवाई में मिडिया कर्मियों को परिवादियों से दूर रख जिला प्रसाशन अपनी साख को बचाते हुए नजर आ रहा था इसी के साथ पत्रकारों को एक टेंट में 3 घण्टे तक कैद रखा जहाँ किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं थी खुले टेंट में एक एक्सजेस्ट एयरकंडीशन और सिर्फ पानी रखा हुआ था जिससे जिला प्रसाशन का एक नया चेहरा देखने को मिला। वही जिला प्रसाशन द्वारा मीडिया के अधिकारों का हनन किया गया जो की एक गभीर जाँच का विषय हैं और जिम्मेदारों के खिलाफ भी इस पर कार्रवाई भी होनी चाहिए। गौरतलब हैं की उक्त मामले को लेकर जिला मुख्यालय के पत्रकारों द्वारा स्थानीय प्रसाशनिक अधिकारियो द्वारा मीडिया कर्मियों के साथ किये गए अभद्र व्यवहार को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया एवं जिला मुख्यालय के पत्रकारों में जिला प्रसाशन को लेकर भारी रोष देखने को मिला।