झुंझुनूं में दिखाई गई महात्मा फुले पर आधारित प्रेरणादायक फिल्म
झाबरमल काला फाउंडेशन के सहयोग से शनिवार को ढिशूम सिनेमा, झुंझुनूं में महात्मा ज्योतिबा फुले की जीवन यात्रा पर आधारित फिल्म का शो आयोजित किया गया।
विधायक बोले – 18वीं सदी के समाज सुधारक थे फुले
फिल्म देखने पहुंचे पिलानी विधायक पितराम सिंह काला ने कहा, “महात्मा फुले 18वीं सदी के महानायक थे। उन्होंने उन वर्गों के लिए शिक्षा के द्वार खोले जिन्हें सदियों तक इससे वंचित रखा गया। महिला शिक्षा के लिए भी उन्होंने ऊंची जातियों के विरोध का सामना किया।”
कांग्रेस जिलाध्यक्ष और सरपंचों ने भी रखे विचार
कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष खलील बुडाना ने कहा कि फुले, सावित्रीबाई और फातिमा शेख से हमें सीखना चाहिए कि शिक्षा के लिए संघर्ष कितना जरूरी है।
सरपंच संजय सैनी ने कहा कि “जब देश स्वतंत्रता के लिए लड़ रहा था, तब फुले सामाजिक स्वतंत्रता के लिए शिक्षा की मशाल जलाए हुए थे।”
सैकड़ों लोग रहे उपस्थित, युवाओं में दिखा उत्साह
कार्यक्रम में बलबीर सिंह काला, छगनलाल धूपिया, विकास काला, महावीर प्रसाद, बाघसिंह तोमर, रामस्वरूप सतरावला, पंचायत समिति सदस्य लालचंद सलम, अनिल कटेवा, सुनील सैनी (नयाबास), संजय सिंगोदिया और बड़ी संख्या में स्थानीय युवा व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।