कोलकाता से सकराय धाम: 64 दिन की ऐतिहासिक पदयात्रा का स्वागत
64 दिन और 1900 किमी की कठिन यात्रा
उदयपुरवाटी,कैलाश बबेरवाल। कोलकाता से चलकर मां शाकंभरी की 64 दिवसीय पदयात्रा मंगलवार को उदयपुरवाटी पहुँची। यह यात्रा मां शाकंभरी के प्रति अटूट आस्था और विश्वास का अद्वितीय उदाहरण है। 1900 किलोमीटर का दुर्गम मार्ग पैदल तय कर भक्त बस स्टैंड स्थित अग्रसेन धर्मशाला में पहुंचे, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया।
भव्य स्वागत और पुष्प वर्षा
भक्तों का स्वागत करते हुए पूरे कस्बे में ‘जय माता दी’ के जयकारे गूँज उठे। स्वागत समारोह में शाकंभरी भक्त मंडल कोलकाता के मनोज अग्रवाल, संदीप भौतिका, विकास शर्मा, गणेश मंडल, बाबूलाल सैनी, दिनेश यादव और अन्य भक्त शामिल हुए।
स्थानीय नागरिकों और अधिकारियों की उपस्थिति
स्वागत समारोह में शिक्षाविद् लक्ष्मीनारायण बड़ीवाल, विनोद बड़ीवाल, महेश बड़ीवाल, बजरंग लाल योगी, सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने पुष्प वर्षा कर यात्रियों का सम्मान किया।
पुलिस थाना अधिकारी रामपाल मीणा ने भी यात्रा के प्रमुखों को पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन
यात्रा का ठहराव अग्रसेन धर्मशाला में होगा। कल दोपहर 2 बजे से शेखावाटी के मशहूर कलाकार मधु राजस्थानी भजन प्रस्तुत करेंगे।
सकराय धाम तक की अंतिम चरण
1 जनवरी को सुबह 9 बजे सैकड़ों श्रद्धालु 17 किलोमीटर पैदल चलकर सकराय धाम पहुँचेंगे और मां शाकंभरी को निशान अर्पित करेंगे। यह यात्रा भक्तों की अटूट भक्ति और सामूहिक उत्साह का प्रतीक बन गई है।