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30 दिसंबर को उदयपुरवाटी पहुंचेगी मां शाकंभरी की ऐतिहासिक ध्वज पदयात्रा

Devotees walking from Kolkata to Sakrayadham with religious flags

उदयपुरवाटी (कैलाश बबेरवाल)। कस्बे में इन दिनों आस्था और विश्वास का अनुपम दृश्य देखने को मिल रहा है।
श्री शाकंभरी भक्त मंडल, कोलकाता के तत्वावधान में आयोजित 64 दिवसीय ऐतिहासिक पदयात्रा का मंगलवार, 30 दिसंबर 2025 को दोपहर में उदयपुरवाटी में भव्य आगमन होगा।

यह पदयात्रा 29 अक्टूबर 2025 को कोलकाता से प्रारंभ हुई थी, जो पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न जिलों से होती हुई अपने अंतिम पड़ाव मुख्य शक्तिपीठ सकरायधाम की ओर अग्रसर है।


दो दिवसीय ठहराव में उत्सव जैसा माहौल

मां शाकंभरी सेवा समिति, सकरायधाम के अध्यक्ष राजेश धानुका (अहमदाबाद) ने बताया कि उदयपुरवाटी में पदयात्रा के दो दिवसीय प्रवास के दौरान पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल रहेगा।

इस दौरान

  • पदयात्रियों का भव्य स्वागत
  • श्रद्धालुओं के लिए भोजन-प्रसाद व्यवस्था
  • रात्रि विश्राम
  • एवं सुप्रसिद्ध भजनों का विशेष आयोजन किया जाएगा।

इन मार्गों से गुजरी है ऐतिहासिक ध्वज यात्रा

यह कठिन और आस्था से परिपूर्ण पदयात्रा लगभग दो माह पूर्व कोलकाता से प्रारंभ हुई थी।
इसमें भक्त संदीप, मनोज अग्रवाल एवं पंडित विकास शर्मा सपरिवार निरंतर पैदल यात्रा करते हुए मां शाकंभरी के चरणों में ध्वज अर्पण करने जा रहे हैं।

यह पदयात्रा 2 जनवरी 2026 को मुख्य शक्तिपीठ सकरायधाम पहुंचेगी।


64 दिवसीय पदयात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह

पदयात्रा को लेकर शाकंभरी कुटुंब परिवार में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।
समिति के कोषाध्यक्ष संदीप रामुका के नेतृत्व में पदयात्रियों की भव्य अगुवानी की जाएगी।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना है, जिससे पूरा क्षेत्र
“जय मां शाकंभरी” के जयकारों से गूंजायमान हो उठेगा।