झुंझुनूं में आयुर्वेदिक शिविर का सफल समापन
झुंझुनूं, जिला प्रशासन एवं आयुर्वेद विभाग झुंझुनूं के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय क्षारसूत्र शल्य चिकित्सा शिविर का बुधवार को समारोहपूर्वक समापन हुआ।
यह शिविर आयुर्वेद के प्रति आमजन के बढ़ते विश्वास का सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया।
7,288 रोगियों को मिला आयुर्वेदिक लाभ
उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग डॉ. जितेन्द्र स्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर के दौरान कुल 7,288 नवीन रोगियों को विभिन्न आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों से लाभान्वित किया गया।
इनमें से 125 रोगियों को भर्ती किया गया, जिनमें 103 रोगियों के क्षारसूत्र ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए गए।
उपचार का विस्तृत आंकड़ा
शिविर में प्रदान की गई सेवाओं का विवरण इस प्रकार रहा
- क्षारसूत्र शल्य चिकित्सा: 103 ऑपरेशन
- अग्निकर्म उपचार: 258 रोगी
- पंचकर्म चिकित्सा: 393 रोगी
- विटुकर्म: 255 रोगी
- सामान्य ओपीडी: 2,078 रोगी
- योग व स्वस्थ जीवनशैली परामर्श: 4,179 रोगी
राष्ट्रीय स्तर पर बना पहचान वाला शिविर
समापन समारोह महामण्डलेश्वर डॉ. अर्जुनदास महाराज के सानिध्य में आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय आयुष मिशन के परियोजना निदेशक डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा
“यह शिविर पूर्व तैयारी, गुणवत्ता परीक्षण और रोगियों से सीधे संवाद के कारण राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है, जो राजस्थान आयुर्वेद विभाग के लिए अनुकरणीय है।”
उन्होंने जिला कलक्टर डॉ. अरुण गर्ग के नेतृत्व की विशेष सराहना की।
भामाशाह सहयोग बना मिसाल
समारोहाध्यक्ष डॉ. मनोहर पारीक ने बताया कि एनआरडीडी अस्पताल में भामाशाह डॉ. संदीप ढूकिया द्वारा उपलब्ध कराए गए
- 150 बेड
- सुसज्जित ऑपरेशन थिएटर
- पंचकर्म थैरेपी कक्ष
- स्वच्छता एवं आवास व्यवस्था
यह सब भामाशाह सहयोग की उत्कृष्ट मिसाल है।
भावुक हुआ रोगियों का फीडबैक
शिविर के समापन अवसर पर रोगियों से प्राप्त फीडबैक भावुक कर देने वाला रहा।
रोगियों ने आयुर्वेद विभाग, भामाशाह और चिकित्सा स्टाफ का आभार जताते हुए ऐसे शिविरों के निरंतर आयोजन की मांग की।
सम्मान समारोह में किया गया अभिनंदन
शिविर की सफलता पर आयोजित सम्मान समारोह में—
- भामाशाह दम्पति डॉ. संदीप ढूकिया एवं डॉ. सुनीता ढूकिया को शाल, साफा व चुनरी भेंट की गई
- विभाग के 60 कार्मिकों और संस्थान के 80 स्वयंसेवकों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए
टीम आयुर्वेद का सराहनीय योगदान
शिविर के सफल संचालन में डॉ. महेश माटोलिया, डॉ. सुनील कानोडिया, डॉ. भागीरथ गढ़वाल, डॉ. ओमप्रकाश चेचू, डॉ. पूनम, डॉ. प्रीति स्वामी, डॉ. दीपक बगड़िया, नर्सिंग व सहायक स्टाफ सहित पूरी टीम आयुर्वेद झुंझुनूं का योगदान सराहनीय रहा।