झुंझुनूं, देशभर में श्रमिकों द्वारा चार नई श्रम संहिताओं के विरोध में 9 जुलाई को होने वाली अखिल भारतीय हड़ताल को झुंझुनूं में संयुक्त किसान मोर्चा का पूर्ण समर्थन मिला है।
बुधवार, 9 जुलाई को सुबह 10 बजे, जिले के शहीद स्मारक से कलेक्ट्री तक किसान-मजदूर रैली निकाली जाएगी और जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
संयुक्त मांगों की सूची
संयुक्त किसान मोर्चा के घटक संगठनों
– अखिल भारतीय किसान महासभा के रामचंद्र कुलहरी,
– जय किसान आंदोलन के राज्य अध्यक्ष कैलाश यादव,
– क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिला संयोजक पोकर सिंह झाझड़िया ने साझा बयान जारी कर निम्नलिखित मांगें रखीं:
- MSP सभी फसलों पर लागत का डेढ़ गुना
- 600 रुपये मजदूरी और 200 दिन काम मनरेगा के तहत
- 26000 रुपये न्यूनतम वेतन और 9000 रुपये पेंशन
- पुरानी पेंशन योजना की बहाली
- स्वास्थ्य, शिक्षा, भोजन सभी को मिले
- निजीकरण पर रोक और अति अमीरों पर कर
जिले से जुड़ी विशेष मांगें
- जिले में शीघ्र यमुना नहर लाने की मांग
- स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध
- 2022–23 की ओलावृष्टि व शीत लहर से नष्ट फसलों का मुआवजा
- काटली नदी के बहाव को पुनर्जीवित करना
- मंदिर माफी की कृषि भूमि पर खातेदारी अधिकार
- आवारा पशुओं से फसल सुरक्षा हेतु स्थायी समाधान
प्रदर्शन की अपील
संयुक्त किसान मोर्चा ने जिले के सभी मजदूरों और किसानों से आह्वान किया है कि वे
“मजदूर किसान एकता” के इस संघर्ष में भाग लें और
मजदूर-विरोधी नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करें।