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Jhunjhunu News: लोहार्गल लक्खी मेला: लाखों श्रद्धालु लगायेगे सूर्यकुंड में डुबकी

Devotees gather at Lohargal Surya Kund Jhunjhunu for holy dip

लोहार्गल सूर्यकुंड में शाही स्नान और 24 कोसी परिक्रमा का समापन

उदयपुरवाटी (झुंझुनूं)। अरावली पहाड़ियों में स्थित मिनी हरिद्वार कहे जाने वाले लोहार्गल धाम में शनिवार को लक्खी मेले का शुभारंभ हुआ। शुक्रवार रात से ही श्रद्धालु सूर्यकुंड में शाही स्नान के लिए पहुंचने लगे।

लाखों श्रद्धालु महिला-पुरुष, बच्चे-बुजुर्ग हर वर्ग से डुबकी लगाकर आस्था व्यक्त कर रहे हैं। परंपरा अनुसार माना जाता है कि यहां स्नान करने से जाने-अनजाने में हुए पाप नष्ट हो जाते हैं


24 कोसी परिक्रमा का समापन

भाद्रपद मास की अमावस्या के अवसर पर आयोजित बाबा मालखेतू की 24 कोसी परिक्रमा शुक्रवार को संपन्न हुई।
सात दिन तक चली इस परिक्रमा में प्रदेशभर से श्रद्धालुओं ने भाग लिया और अंत में सूर्यकुंड में स्नान कर यात्रा पूर्ण की।
पत्रकार कैलाश बबेरवाल के अनुसार, “सुबह तक हजारो से अधिक लोग स्नान कर चुके थे और आस्था का सागर उमड़ पड़ा।”


लोहार्गल धाम का महत्व

  • लोहार्गल धाम का सीधा संबंध महाभारत काल से माना जाता है।
  • यहाँ पांडवों ने अपने हथियार और बेड़ियां गलायी थीं।
  • इस धाम का संबंध भगवान सूर्य, विष्णु और परशुराम से भी बताया जाता है।
  • राजस्थान में यह पुष्कर के बाद दूसरा सबसे बड़ा तीर्थ है।

भंडारे और सेवा शिविर

परिक्रमा मार्ग और मेले में जगह-जगह 200 से अधिक भंडारे लगाए गए।
इनमें श्रद्धालुओं के लिए खाना, पानी और दवाइयों की नि:शुल्क व्यवस्था की गई।
गोल्याणा से लोहार्गल तक सेवा शिविरों में हजारों पदयात्रियों ने भोजन और विश्राम किया।


मेले का आयोजन

अमावस्या के अवसर पर गोल्याणा से लोहार्गल तक दो दिन का मेला लगेगा।
मेले में सैकड़ों दुकानें सज चुकी हैं, जिनमें मुख्य रूप से खिलौने और बच्चों के सामान बिक रहे हैं।


कानून व्यवस्था की तैयारी

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कड़े इंतज़ाम किए हैं।
करीब 500 पुलिसकर्मी (ASP, DSP, निरीक्षक, उप निरीक्षक और महिला पुलिस सहित) सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।