आशा का झरना के बच्चों के लिए यादगार बना समर कैंप
झुंझुनूं। जिला मुख्यालय के प्रिंस इंटरनेशनल स्कूल में चल रहे समर कैंप के तहत “मददगार” एनजीओ ने “आशा का झरना” केंद्र के बच्चों के लिए एक विशेष शिविर आयोजित किया। इस शिविर का उद्देश्य था कि इन बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों और जीवन कौशल के माध्यम से सीखने और आत्मविश्वास बढ़ाने का अवसर दिया जाए।
कला, खेल और घुड़सवारी ने बढ़ाया उत्साह
समर कैंप में चित्रकला, संगीत, नृत्य, घुड़सवारी, खेलकूद, झूले और जीवन कौशल प्रशिक्षण जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं।
बच्चों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ इन गतिविधियों में भाग लिया और अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
सीखने और आनंद का सुरक्षित मंच
स्माल काइंड्स हैण्ड की समन्वयक व प्रिंसिपल डॉ. अनिता पंत शर्मा ने कहा:
“हम इन बच्चों को ऐसा मंच देना चाहते हैं जहाँ वे न केवल सुरक्षित महसूस करें, बल्कि अपने सपनों को साकार करने की प्रेरणा भी पाएँ।“
बच्चों की मुस्कान ही सबसे बड़ी सफलता
समापन समारोह में भोजन और उपहारों का वितरण किया गया। इस मौके पर प्रिंस ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन डॉ. जी.एल. कालेर ने कहा:
“बच्चों के चेहरे पर मुस्कान इस कैंप की सफलता का प्रमाण है। यह शिविर न केवल मनोरंजन का साधन रहा, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में एक सार्थक प्रयास भी बना।“
समाज और अभिभावकों की सराहना
समर कैंप की इस पहल को अभिभावकों और स्थानीय समुदाय ने भी सराहा और “मददगार” एनजीओ के इस प्रयास को प्रेरणादायी बताया।