उदयपुरवाटी,कैलाश बबेरवाल क्षेत्र में स्थित मनसा माता कंजर्वेशन रिज़र्व की सरकारी वन भूमि को बचाने के लिए वन विभाग का अभियान लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। दिल्ली स्टेट हाईवे पर ग्राम पंचायत बागोरा के राजस्व गांव नीम का जोहड़ा (पूर्व में छापोली पंचायत क्षेत्र) में विभाग ने अतिक्रमण पर कड़ा प्रहार किया।
अतिक्रमण हटाने के साथ सुरक्षा घेरा
वन विभाग ने अवैध कब्जे हटाने के साथ-साथ भविष्य में दोबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए
जमीन के चारों ओर खाई खुदवाने
चारदीवारी निर्माण
का कार्य भी तेज़ी से शुरू कर दिया है।
जालसाजी और पेड़ों की कटाई पर केस दर्ज
जांच में सामने आया कि अतिक्रमणकारी रामजी दास (स्टांप वेंडर) ने
- संरक्षित वन भूमि को समतल किया
- हरे पेड़ों की कटाई की
जिस पर उसके खिलाफ राजस्थान वन अधिनियम 1953 की
धारा 30, 32 और 33 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
वन विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे सरकारी जमीन हड़पने वालों पर जालसाजी और षड्यंत्र जैसी धाराओं में भी कठोर कार्रवाई होगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की पालना
क्षेत्रीय वन अधिकारी धर्मवीर मील के नेतृत्व में की गई यह कार्रवाई माननीय सर्वोच्च न्यायालय के टीएन गोदावरमन केस (12 दिसंबर 1996) के निर्देशों के अनुरूप की जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि इससे
- वन्यजीवों की सुरक्षा
- दुर्घटनाओं पर नियंत्रण
सुनिश्चित होगा।
कार्रवाई में ये रहे मौजूद
अभियान के दौरान
फॉरेस्टर शाहरुख खान, सहायक वनपाल योगेश चौधरी, राज कुमार, वन रक्षक मनोज खरबास, सुरेश कौर, पूनम कंवर, अमर सिंह, तकनीशियन महावीर सहित वन विभाग का अमला मौजूद रहा।