झुंझुनूं, श्रीयादे माटी कला बोर्ड, राजस्थान सरकार द्वारा झुंझुनूं में 21 चयनित माटी कला कामगारों का 10 दिवसीय प्रशिक्षण शुरू किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन बाकरा फाटक, झुंझुनूं में कुम्हार कुमावत महासभा के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार कुमावत के नेतृत्व में किया गया।
यह प्रशिक्षण 3 दिसंबर से 12 दिसंबर 2025 तक चलेगा।
लॉटरी से चुने गए कामगार, बोर्ड ने भेजी 21 इलेक्ट्रिकल चाक मशीनें
राज्य मंत्री एवं बोर्ड अध्यक्ष प्रहलाद राय टांक द्वारा भेजी गई—
- 21 स्वचालित इलेक्ट्रिकल चाक मशीनें
- इलेक्ट्रिकल मिट्टी गूंथने की मशीनें
झुंझुनूं, खेतड़ी और उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्रों के कामगारों के लिए उपलब्ध कराई गई हैं।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक बीलू कुमावत ने कारीगरों को मिट्टी से बर्तन बनाने की आधुनिक तकनीक सिखाई।
158 आवेदकों में से हुई चयन प्रक्रिया
योगेंद्र कुण्डलवाल ने बताया कि कुछ दिन पहले झुंझुनूं जिले की सातों विधानसभाओं से प्राप्त 158 आवेदकों की लॉटरी मोरवाल मंगल भवन, झुंझुनूं में निकाली गई थी।
इनमें से 70 कामगारों का चयन किया गया और आज के प्रशिक्षण सत्र में झुंझुनूं, खेतड़ी व उदयपुरवाटी विधानसभा के 21 कारीगर शामिल हुए।
शिविर पूर्ण होने पर बोर्ड अध्यक्ष द्वारा चयनित कामगारों को मशीनें व प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।
स्थानीय जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कई जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
- डॉ. अशोक कुमावत
- पार्षद अशोक प्रजापति
- सुशील प्रजापति
इन सभी ने माटी कला कामगारों को कौशल विकास के इस अवसर का पूर्ण लाभ उठाने की अपील की।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा की उम्मीद
प्रशिक्षण के माध्यम से माटी कला कारीगरों में आधुनिक तकनीक का प्रसार होगा, जिससे—
- उत्पादन क्षमता बढ़ेगी
- गुणवत्ता बेहतर होगी
- कामगारों की आय में वृद्धि होगी
- बाजार में स्थानीय उत्पादों की मांग बढ़ेगी
कारीगरों ने इस पहल के लिए राज्य सरकार और बोर्ड का आभार व्यक्त किया।