चिड़ावा में मई दिवस पर विरोध प्रदर्शन, पार्टी का लोकल सम्मेलन भी संपन्न
चिड़ावा, 1 मई।
मजदूरों के अधिकारों के प्रतीक अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर चिड़ावा में राजस्थान निर्माण मजदूर संगठन द्वारा जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया। संगठन ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की।
चार श्रम संहिता कानूनों को रद्द करने की मांग
किसान महासभा कार्यालय, चिड़ावा में आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व जिलाध्यक्ष कामरेड शीशराम गोठवाल और जिला महामंत्री कामरेड मनफूल सिंह ने किया।
प्रदर्शनकारियों ने:
- चार श्रम संहिताओं को रद्द करने
- मजदूरों के अधिकारों की बहाली
- केंद्र व राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट संघर्ष का संकल्प लिया।
शहीदों को श्रद्धांजलि व आतंकी हमले की निंदा
मई दिवस कार्यक्रम के बाद भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) का चिड़ावा लोकल सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसकी अध्यक्षता कामरेड रामसिंह धनखड़ ने की।
सम्मेलन की शुरुआत में:
- मजदूर आंदोलनों में शहीद हुए साथियों
- पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए सैलानियों को श्रद्धांजलि दी गई।
- आतंकियों को कड़ी सजा की मांग की गई।
सांप्रदायिक ताकतों व कार्पोरेट लूट पर हमला
पार्टी जिला सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा:
“देश की अखंडता को कमजोर करने वाली सांप्रदायिक व फासीवादी ताकतों को किसान-मजदूरों की एकता से ही रोका जा सकता है।”
सम्मेलन में नेताओं ने रखे विचार
सम्मेलन में कामरेड मनफूल सिंह, प्रेम सिंह नेहरा, वीरभान सिंह, रामसिंह बराला, हरीओम, बंटी पिलानी, रत्तीराम राव, इस्लाम, सत्तार खान आदि ने भी संबोधन दिया।
11 सदस्यीय लोकल कमेटी गठित
सम्मेलन के समापन पर एक 11 सदस्यीय स्थानीय कमेटी का गठन किया गया।
कामरेड शीशराम गोठवाल को लोकल सचिव चुना गया।