झुंझुनूं। सूरजगढ़ ब्लॉक के जाखोद गांव में एक मानसिक दिव्यांग व्यक्ति को जंजीरों से मुक्त कराकर चिकित्सा विभाग ने मानवीय संवेदना का उदाहरण पेश किया।
यह कार्रवाई तब हुई जब समाचार पत्रों में जंजीरों में जकड़े दिव्यांग की खबर प्रकाशित हुई।
सीएमएचओ ने लिया संज्ञान
सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने मीडिया में खबर देखने के बाद तुरंत संज्ञान लिया।
उन्होंने बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. जितेंद्र भांबू को निर्देश जारी कर
मानसिक स्वास्थ्य टीम को मौके पर भेजने के आदेश दिए।
विशेषज्ञों की टीम पहुंची जाखोद
डॉ. भांबू के निर्देश पर सीनियर मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. कपूर थालोर
और वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी रतन लाल ने टीम के साथ जाखोद गांव पहुंचकर
सरपंच पति सुनील बिजारणियां और आशा सहयोगिनी के सहयोग से दिव्यांग व्यक्ति को जंजीरों से मुक्त कराया।
सर्टिफिकेट बनाकर शुरू किया उपचार
टीम ने पहले दिव्यांग के बाल कटवाए, नहलाया और नए कपड़े पहनाए।
इसके बाद उसका दिव्यांग सर्टिफिकेट तैयार किया गया,
जिससे अब उसकी पेंशन प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
साथ ही नियमित दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय आशा सहयोगिनी को जिम्मेदारी सौंपी गई।
सामाजिक सहयोग और संवेदना
स्थानीय लोगों ने चिकित्सा विभाग की इस पहल की सराहना की और
दिव्यांग की देखभाल में मदद का आश्वासन दिया।
टीम ने दिवाली के अवसर पर दिव्यांग परिवार को त्योहारी सामग्री भी प्रदान की।
परिजनों ने चिकित्सा विभाग और स्थानीय टीम का आभार जताया।