झुंझुनूँ। एआईसीसी द्वारा मनरेगा का नाम बदलने के विरोध में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के आह्वान पर झुंझुनूँ ज़िला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार 22 दिसंबर को ज़िला कलेक्ट्रेट पर शांतिपूर्ण विरोध किया।
पूर्व ज़िलाध्यक्ष डॉ जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में प्रदर्शन में गांधीजी की फोटो, मनरेगा लोगो और तख्तियों के माध्यम से नारों के साथ सरकार के कदम का विरोध किया गया। “महात्मा गांधी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” और “नाम मिटा सकते हो, विरासत नहीं” जैसे स्लोगन लगाए गए।
वक्ताओं का बयान
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदलना महात्मा गांधी की आत्मा पर हमला है। उन्होंने बताया कि नाम परिवर्तन के साथ राष्ट्रीय स्तर की ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को भी खतरे में डाला जा रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि भाजपा मनरेगा के मूल ढांचे को बदलकर इसे समाप्त करना चाहती है। केंद्र और राज्य सरकार ने 60:40 फंडिंग मॉडल लागू करके राज्यों पर अतिरिक्त वित्तीय भार डाला है।
मौजूद वरिष्ठ नेता और संगठन
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता: किशनलाल जैदीया, उर्मिला धायल, नीतू वर्मा, शकुंतला यादव
- ओबीसी, एससी प्रकोष्ठ, पंचायत राज संगठन: संतोष सैनी, अमर सिंह धीरज, राजकुमार राठी
- ब्लॉक अध्यक्ष: सुमेर महला, सुरेश मेघवाल, संजय सैनी, किरोड़ीमल पायल, महावीर यादव आदि
- अन्य: डॉ मुकेश बागड़ी, नरेश खादीवाला, सुभाष भांबू, अशोक झाझड़िया सहित सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता
सभी ने कहा कि मनरेगा का नाम बदलना महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज विचारधारा और आत्मा की हत्या करने जैसा है।