झुंझुनूं में बारिश का पानी अब बनेगा भूजल का स्रोत
झुंझुनूं, वदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत झुंझुनूं शहरवासियों को जलभराव और गिरते भूजल स्तर से जल्द राहत मिलने जा रही है। नगर परिषद 75 से 90 लाख रुपए की लागत से तीन आधुनिक वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाएगी।
ये तीन जगह होंगे स्ट्रक्चर स्थापित
नगर परिषद आयुक्त दलीप पूनियां ने बताया कि शहर के अग्रसेन सर्किल, सीतसर गांव और समसपुर रोड ऐसे क्षेत्र हैं जहां बारिश के दौरान पानी भर जाता है। इन तीनों स्थानों पर मॉर्डन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की स्थापना की जाएगी।
हर स्ट्रक्चर पर खर्च होंगे 25–30 लाख रुपए
प्रत्येक स्ट्रक्चर 25 से 30 लाख की लागत से बनेगा। इनमें शामिल होंगे:
- विशाल भूमिगत टैंक
- होड़ निर्माण
- 6 से 10 पाताल तोड़ गहरे बोरवेल, जो बारिश के पानी को सीधे जमीन में पहुंचाएंगे।
जलभराव से राहत और भूजल में बढ़ोतरी
इन संरचनाओं का मुख्य उद्देश्य शहर में जलभराव की समस्या का समाधान और भूजल स्तर को बढ़ाना है। अत्याधुनिक तकनीक से बारिश का पानी सीधे जमीन के भीतर भेजा जाएगा।
टेंडर प्रक्रिया शुरू, अगले महीने से कार्य शुरू
आयुक्त पूनियां ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और अगले महीने से निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।