झुंझुनूं, नोबल शैक्षणिक समूह देवलावास द्वारा चल रही नोबल प्रतिभा सम्मान यात्रा – 2025 ने झुंझुनूं के ग्रामीण अंचलों – रायपुर अहीरान, रसुलपुर, थली और छोटी पचेरी – में बेटियों को सम्मानित कर एक नई मिसाल पेश की है।
बोर्ड की मेधावी छात्राओं को साइकिलें
इस यात्रा के तहत 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में बेहतरीन अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को साइकिलें देकर प्रोत्साहित किया गया। सम्मानित छात्राओं में –
- दीक्षा (12वीं साइंस, 94.20%) – रायपुर अहीरान
- प्रतिज्ञा (10वीं, 93.17%) – रायपुर अहीरान
- आंशिका यादव (12वीं साइंस, 93.80%) – छोटी पचेरी
- मुस्कान यादव (10वीं, 95.17%) – रसुलपुर
- मुस्कान जांगिड़ (12वीं, 92.00%) – थली
समारोह का उत्सवमय माहौल
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। नोबल एजुकेशन ग्रुप के निदेशक डॉ. संदीप नेहरा ने कहा, “बेटियाँ आगे बढ़ेंगी, तो पूरा गाँव आगे बढ़ेगा। साइकिल केवल यात्रा का साधन नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।“
डिप्टी डायरेक्टर अशोक शर्मा ने कहा, “यह सम्मान बेटियों के संघर्ष और निश्चय को समर्पित है।“
सांस्कृतिक कार्यक्रम और गांववालों का उत्साह
हर गांव में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और स्वागत गीत ने समारोह को उत्सव में बदल दिया। नोबल चिल्ड्रन एकेडमी बुहाना के प्रधानाचार्य नवीन चौधरी ने कहा, “हमारा सपना है हर बेटी शिक्षित हो और समाज को नया रास्ता दिखाए।“
ग्रामीणों ने कहा कि नोबल की यह यात्रा “बेटियों को पढ़ाओ, आगे बढ़ाओ” के सपने को साकार कर रही है।
उपस्थित अतिथि
समारोह में चेयरपर्सन संतोष नेहरा, एकेडमिक हेड सुमन नेहरा, कृष्ण कुमार यादव, नवीन मान, राजपाल अहलावत, रविन्द्र यादव, राजेश जांगिड, विक्रम यादव, धर्मेन्द्र यादव, रवि स्वामी सहित अनेक शिक्षाविद् एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।