झुंझुनूं जिले के चिड़ावा क्षेत्र में पंचायत पुनर्गठन की मांग ने ज़ोर पकड़ लिया है।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुलताना में स्थानीय विधायक राजेंद्र सिंह भांबू के दौरे के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा सुलताना के संयोजक कामरेड सुरेश महला के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा।
सुलताना को पंचायत समिति क्यों बनाया जाए ?
ज्ञापन में कहा गया कि वर्तमान चिड़ावा पंचायत समिति के कई गांव—चनाना, सोलाना, भड़ौंदा कलां, भुकाना आदि—मुख्यालय से काफी दूर हैं, जिससे जनता को सरकारी कार्यों में परेशानी उठानी पड़ती है।
सुलताना इन सभी ग्राम पंचायतों के बीचों-बीच स्थित है और सुलभ पहुंच के कारण नया पंचायत समिति कार्यालय यहीं खोला जाना चाहिए।
सुलताना का भौगोलिक और आर्थिक महत्व
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि सुलताना आसपास के 40 गांवों का प्रमुख बाजार है। यहाँ लौह-शिल्प (बर्तन निर्माण) का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है।
साथ ही खेतड़ी, गुढ़ागौड़जी और झुंझुनूं जैसे विकल्पों की दूरी अधिक होने के कारण स्थानीय ग्राम पंचायतें सुलताना से जुड़ने के लिए इच्छुक हैं।
आंदोलन की चेतावनी
संयुक्त किसान मोर्चा संयोजक कामरेड सुरेश महला ने चेतावनी दी कि यदि सुलताना को जल्द पंचायत समिति नहीं बनाया गया, तो जनआंदोलन किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में ज्ञानप्रकाश सैनी, जितेन्द्र सिंह सैनी, इन्तियाज अली सहित कई स्थानीय नेता शामिल रहे।