वार्ड 30 में सरकारी बोरवेल पर निजी नियंत्रण का मामला उजागर
सवाल – जलदाय विभाग पिलानी की लापरवाही या जान बूझकर बना धृतराष्ट्र
झुंझुनू, पिलानी के वार्ड नंबर 30 स्थित भगीना रोड क्षेत्र में सरकारी बोरवेल पर निजी कब्जे का मामला सामने आया है। स्थानीय निवासी अजय कुमार सोनी ने आरोप लगाया है कि जलदाय विभाग की लापरवाही या मौन सहमति से कुछ लोगों ने बोरवेल को अपना निजी जलस्रोत बना लिया है।
कैसे हो रहा है अवैध नियंत्रण ?
अजय सोनी का आरोप है कि बोरवेल की चाबी, जो जलदाय विभाग के पास होनी चाहिए, वह कुछ विशेष लोगों के पास है। ये लोग अपनी सुविधा के हिसाब से पानी चालू और बंद करते हैं। इससे आसपास के 20–25 घरों को पानी नहीं मिल पा रहा है।
राइजिंग पाइप से अवैध कनेक्शन
उन्होंने बताया कि पहले 50–200 फीट की दूरी तक के घरों को 3 इंच की पाइप लाइन से पानी मिलता था। लेकिन अब कुछ लोगों ने मुख्य राइजिंग पाइप से अवैध कनेक्शन जोड़ लिए हैं, जिससे लाइन पूरी नहीं भर पाती और दर्जनों घरों की जलापूर्ति रुक जाती है।
शिकायतें और विभाग की चुप्पी
अजय सोनी ने इसको लेकर जलदाय विभाग पिलानी को दो बार लिखित शिकायतें दीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि विभाग का बिजली बिल तो सरकारी पैसे से भरा जा रहा है, लेकिन लाभ कुछ लोगों को ही मिल रहा है।
RTI से सच्चाई उजागर करने की तैयारी
सोनी ने कहा कि वे इस मामले को RTI के जरिए सामने लाएंगे। उन्होंने बताया, “दस रुपए में जानकारी मांगी जा सकती है और तीस दिन बाद फिर RTI डालकर जवाब माँगा जा सकता है।“
मांग और चेतावनी
शिकायतकर्ता ने विभाग से मांग की कि –
बोरवेल की चाबी जिम्मेदार कर्मचारी के पास रखी जाए
अवैध कनेक्शनों की जांच हो
जल वितरण सभी को समान रूप से मिले
पूर्व शिकायतों का जवाब दिया जाए
यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।