Posted inJhunjhunu News (झुंझुनू समाचार)

पिलानी प्रकरण: आरोपी गिरफ्तारी के बाद भूख हड़ताल खत्म

Bhim Army ends hunger strike after accused arrested in Pilani case

छह दिन बाद भीम आर्मी की भूख हड़ताल आरोपी गिरफ्तारी के बाद समाप्त

पिलानी में नाबालिग दुष्कर्म प्रकरण के विरोध में 6 दिनों से चल रही भीम आर्मी की भूख हड़ताल और धरना-प्रदर्शन आज समाप्त हो गया। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन ने पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए तेज और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया।


प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद खत्म हुआ धरना

डॉ. भीमराव आंबेडकर मूर्ति स्थल पर भीम आर्मी एकता मिशन के नेतृत्व में चल रहे धरने पर ASP फूलचंद मीणा और थाना अधिकारी चंद्रभान चौधरी पहुंचे। अधिकारियों ने आंदोलनकारी पदाधिकारियों से संवाद कर कार्रवाई की जानकारी साझा की।

भीम आर्मी जिलाध्यक्ष विकास आल्हा ने बताया कि पुलिस ने 4 नामजद आरोपियों में से 1 को गिरफ्तार कर लिया है। जांच अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि—

“इस मामले में कोई भी आरोपी नहीं बचेगा, सभी पर कार्रवाई होगी।”

इस आश्वासन के बाद सभी पदाधिकारी भूख हड़ताल समाप्त करने पर सहमत हुए।


भूख हड़ताल पर बैठे पदाधिकारी

6 दिनों से लगातार धरने पर बैठे और पांच दिन तक भूख हड़ताल पर रहे पदाधिकारियों में शामिल थे—

  1. सत्यवान इंदासर – पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
  2. रवि मरोड़िया (गाडराटा) – प्रदेश सचिव
  3. विकास आल्हा – जिलाध्यक्ष झुंझुनूं
  4. सोमबीर आजाद (नवां) – तहसील अध्यक्ष, राजगढ़
  5. मनोज कुमार (नवां)

उनका कहना था कि आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के लिए यह कदम उठाया गया।


जरूरी बयान और आगे की रणनीति

भीम आर्मी पदाधिकारी कपिल गोठवाल ने कहा कि—

आगे की कानूनी लड़ाई हम न्यायालय में पूरी मजबूती से लड़ेंगे।

विकास आल्हा ने सभी सामाजिक संगठनों, सर्व समाज कार्यकर्ताओं और समर्थकों का धन्यवाद व्यक्त किया जिन्होंने पीड़ित परिवार की साहस, सहयोग और आर्थिक मदद में साथ दिया।


कई सामाजिक कार्यकर्ता रहे मौजूद

इस दौरान मौके पर मौजूद रहे—

पीड़ित परिवार की प्रतिनिधि, राजेश दहिया, सतवीर बरवड़, राकेश पाठड़िया, चेतराम लिखवा, प्रीतम बिजौली, विक्रम इंडाली, शीशराम गोठवाल, राजेश खुडाना, सुनिल सिरस्वा, कमलेश काला, जोगेंद्र आल्हा, आकाश आल्हा, कॉमरेड हरिओम, रणजीत बिगौदना, शेरसिंह मोरवा, सुनील शेखावत, महेश राजपूत, रवि चंदेलिया, नवीन मालूपुरा, पवन अरडावता सहित कई पदाधिकारी।