झुंझुनूं में पहली बार बिना चीरे की इतनी बड़ी प्रोस्टेट ग्रंथि की सर्जरी
झुंझुनूं, शहर के ढूकिया हॉस्पिटल ने चिकित्सा क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। यहां बिना चीरे की एंडोस्कोपिक तकनीक (TURP) से 165 ग्राम वजनी प्रोस्टेट का सफल ऑपरेशन कर नया रिकॉर्ड बनाया गया है।
आमतौर पर इतनी बड़ी प्रोस्टेट ग्रंथि के लिए ओपन सर्जरी की आवश्यकता होती है, लेकिन डॉ. विजय ओला के नेतृत्व में यह सर्जरी बिना किसी चीरे के संभव हुई।
मरीज की स्थिति गंभीर थी
72 वर्षीय सुंदरलाल को लंबे समय से पेशाब में रुकावट, रात में बार-बार उठना और पेट में भारीपन जैसी समस्याएं थीं। जांच में पता चला कि सामान्यतः 20-30 ग्राम की होने वाली प्रोस्टेट ग्रंथि 165 ग्राम तक बढ़ चुकी है।
तकनीक और अनुभव ने बनाई राह आसान
डॉ. विजय ओला, यूरोलॉजिस्ट, ने बताया –
“इतनी बड़ी प्रोस्टेट को TURP तकनीक से निकालना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन आधुनिक मशीनों और अनुभव से यह संभव हो सका।“
सर्जरी के 48 घंटे बाद ही मरीज को चलने-फिरने और पेशाब में राहत मिल गई।
TURP तकनीक के फायदे:
- बिना चीरा, कम रक्तस्राव
- कम अस्पताल भर्ती समय
- तेजी से रिकवरी
हॉस्पिटल में आधुनिक सेवाएं उपलब्ध
डॉ. मोनिका ढूकिया ने बताया कि हॉस्पिटल में न्यूरो, स्पाइन, हड्डी, मूत्र रोग, अस्थमा व ट्रॉमा जैसी सेवाएं नियमित उपलब्ध हैं।
यहां ECHS, RGHS, ESIC और चिरंजीवी योजना के अंतर्गत सभी विभागों में इलाज व ऑपरेशन निशुल्क किए जाते हैं। ब्लड व प्लाजमा सेवाएं 24×7 उपलब्ध हैं।