झुंझुनूं |
राज्य सरकार के निर्देशानुसार झुंझुनूं जिले में 1 मई से 31 मई तक “रास्ता खोलो अभियान-2025” का संचालन किया जाएगा। बुधवार को इस अभियान की तैयारी को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने की।
आमजन की आवाजाही होगी सुगम
कलेक्टर मीणा ने अधिकारियों से कहा कि यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में अवरुद्ध सार्वजनिक रास्तों को पुनः चालू कराने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस कार्य को मिशन मोड में पूर्ण किया जाएगा ताकि किसानों और ग्रामीणों को राहत मिल सके।
इन रास्तों को दी जाएगी प्राथमिकता
बैठक में तय किया गया कि निम्नलिखित प्रकार के रास्तों को अभियान में प्राथमिकता दी जाएगी:
- राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज सार्वजनिक रास्ते, जिनसे बड़ी संख्या में ग्रामीण प्रभावित हैं।
- ढाणियों में प्रचलित रास्ते जो अब अवरुद्ध हो चुके हैं।
- रिकॉर्ड में चौड़े दर्ज रास्ते, जो वास्तव में केवल पगडंडी के रूप में हैं।
- राजस्थान काश्तकारी अधिनियम की धारा 251 के तहत निर्धारित रास्ते, जिनका क्रियान्वयन नहीं हुआ।
यदि कोई रास्ता रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है, तो उसका सर्वेक्षण कर दस्तावेजों में दर्ज किया जाएगा।
उपखंड अधिकारी होंगे प्रभारी
हर उपखंड अधिकारी अभियान के प्रभारी अधिकारी होंगे और उनकी जिम्मेदारी होगी कि साप्ताहिक समीक्षा रिपोर्ट तैयार करें। कलेक्टर ने कहा कि जरूरत पड़ने पर पुलिस जाप्ता उपलब्ध कराया जाएगा।
पंचायत व विकास अधिकारियों को भी निर्देश
- पंचायत समितियों को कहा गया कि वे जनसहयोग व संसाधनों की व्यवस्था करें।
- रास्ते खुलने के बाद ग्रेवल या सीसी रोड निर्माण की कार्रवाई की जाए।
- जहां संभव हो, स्थानीय सहमति व समझाइश से समाधान निकाला जाए।
जनसुनवाई की शिकायतों को भी मिलेगा समाधान
अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय कुमार आर्य ने निर्देश दिए कि जनसुनवाई व संपर्क पोर्टल पर मिली पुरानी शिकायतों को इस अभियान के तहत प्राथमिकता से निपटाया जाए।