उदयपुरवाटी (झुंझुनूं), बागली चौराहे से पचलंगी-पापड़ा तक बनी नवनिर्मित सड़क पहली ही बारिश में धराशायी हो गई।
इस सड़क को करीब 15 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया था, जो 7 जुलाई की रात हुई मूसलाधार बारिश में टूट गई है।
निर्माण में घटिया सामग्री का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार और प्रशासन की मिलीभगत से सड़क में घटिया सामग्री का प्रयोग हुआ।
बारिश के तेज बहाव से सेफ्टी दीवारें बह गईं, बिना सीमेंट के लगाए गए पत्थर पानी में बह निकले।
यहां तक कि बिजली का पोल भी गिर गया, जिससे आसपास के गांवों में 5 दिन से अंधेरा छाया हुआ है।
ग्रामीणों का आक्रोश
स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क निर्माण के समय ही विरोध प्रदर्शन हुए थे, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।
अब जब सड़क बह चुकी है, प्रशासन व ठेकेदार दोनों मौके से गायब हैं।
“पहली बारिश में ही करोड़ों की सड़क बह गई। अब हमें खेतों और रास्तों से होकर लंबा चक्कर लगाकर जाना पड़ रहा है।”, – पचलंगी निवासी
प्रशासन नहीं ले रहा संज्ञान
ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के पांच दिन बाद भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है।
दर्जनों गांवों का संपर्क टूटा हुआ है, स्कूल जाने वाले बच्चों, मरीजों और किसानों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
सरकार को करोड़ों का नुकसान
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि तत्काल सुधार कार्य नहीं शुरू किया गया और जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।