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बीज व बिजली विधेयक 2025 के विरोध में किसानों ने प्रतियां जलाईं

Farmers in Thinchauli burning Seed and Electricity Bill 2025 copies

संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर ग्राम चौक में विरोध प्रदर्शन

सिंघाना क्षेत्र के ग्राम ठिंचौली में केंद्र सरकार के प्रस्तावित बीज विधेयक 2025 और बिजली विधेयक 2025 को लेकर किसानों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया। शाम के समय ग्राम के मुख्य चौक पर एकत्रित होकर किसानों ने इन दोनों विधेयकों की प्रतियां प्रतीकात्मक रूप से जलाईं।

किसानों का आरोप है कि प्रस्तावित विधेयक किसान, मजदूर और आम आदमी विरोधी हैं और इनसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से दोनों विधेयकों को वापस लेने की मांग दोहराई।


संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर कार्रवाई

यह विरोध संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आव्हान के तहत आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न किसान संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम का संचालन अखिल भारतीय किसान महासभा की यूनिट ने किया, जिसने गांव-गांव में किसानों को इन विधेयकों के संभावित प्रभावों के बारे में जागरूक करने की बात कही।

किसान नेताओं ने कहा कि जिस तरह पहले कृषि कानूनों का विरोध हुआ था, उसी तरह बीज और बिजली विधेयक के खिलाफ भी व्यापक आंदोलन चलाया जाएगा, क्योंकि ये बिल किसानों के अधिकारों और कृषि पर कॉरपोरेट नियंत्रण बढ़ाने की दिशा में कदम हैं।


किसान नेताओं की मौजूदगी और संदेश

कार्यक्रम में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि मुख्य रूप से मौजूद रहे। उनके साथ मंदरूप, अमर सिंह, हरी सिंह, कर्मवीर, उम्मेद कटेवा, सतीश उर्फ छोटू, सुनिल शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता व किसान भी मौजूद थे।

नेताओं ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि बीज व बिजली विधेयक 2025 के लागू होने पर बीजों और बिजली की लागत बढ़ेगी, छोटे किसानों की निर्भरता कंपनियों पर बढ़ेगी और ग्रामीण उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।