झुंझुनूं, राजकीय महाविद्यालय झुंझुनूं में छात्र संगठन एसएफआई ने छात्रसंघ चुनाव बहाली सहित 5 सूत्रीय मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन ने मुख्यमंत्री के नाम उच्च शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन महाविद्यालय प्राचार्य को सौंपा।
प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने राज्य सरकार पर लोकतंत्र की अनदेखी का आरोप लगाया और मांग की कि प्रदेश में शीघ्र छात्रसंघ चुनाव कराए जाएं।
छात्र नेताओं की प्रमुख मांगें:
- छात्रसंघ चुनाव बहाल किए जाएं —
एसएफआई के जिला संयुक्त सचिव अमित शीशियां ने कहा कि “भाजपा सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। कोविड के बाद अब तक छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए गए जबकि वादा किया गया था।” - 75% उपस्थिति अनिवार्य की जाए —
पिंटू सैनी, तहसील संयुक्त सचिव ने कहा कि इससे शैक्षणिक अनुशासन और गुणवत्ता में सुधार होगा। - सभी सोसाइटी एक्ट कॉलेजों का सरकारीकरण हो —
कॉलेज कमेटी अध्यक्ष आकाश धनखड़ ने मांग की कि सभी निजी संचालित कॉलेजों को पूर्णत: सरकारी किया जाए ताकि सभी विद्यार्थियों को समान सुविधा मिले। - रिक्त पदों की नियुक्ति तुरंत की जाए —
रवि चौधरी ने कहा कि शिक्षण व गैर-शिक्षण दोनों पद खाली हैं जिससे पठन-पाठन बाधित हो रहा है। - नई शिक्षा नीति 2020 रद्द की जाए —
ऋषभ शर्मा ने कहा कि “नई शिक्षा नीति छात्रों पर भार बढ़ाने वाली और शिक्षा को निजीकरण की ओर ले जाने वाली है, इसे रद्द किया जाए।”
SFI ने दिया आंदोलन को तेज़ करने का संकेत
छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी, तो प्रदेशभर में आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।