Posted inJhunjhunu News (झुंझुनू समाचार)

SFI की नई कार्यकारिणी: पिंटू सैनी अध्यक्ष, मो. निज़ात महासचिव

SFI students announce new committee at Jhunjhunu college event

SFI ने डिजिटल लाइब्रेरी, नई किताबें, खेल मैदान व 75% हाजिरी की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

झुंझुनूं। श्री राधेश्याम आर मोरारका राजकीय महाविद्यालय में छात्र संगठन एसएफआई की इकाई कमेटी का गठन किया गया। सर्व सहमति से पिंटू सैनी को अध्यक्ष और मो॰ निजात चौधरी को महासचिव बनाया गया। तहसील महासचिव अमित शेखावत के नेतृत्व में 29 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया।

इतिहास और संघर्ष से परिचय
जिलाध्यक्ष आशीष पचार ने एसएफआई के इतिहास और संघर्ष के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि झुंझुनूं में सरकारी महाविद्यालय खुलवाने और शेखावाटी विश्वविद्यालय के लिए संगठन ने हमेशा छात्र हितों की लड़ाई में अग्रिम पंक्ति निभाई है।

एनसीसी और छात्र हित
जिला महासचिव प्रिया मिठारवाल ने बताया कि एनसीसी के लिए एसएफआई ने लंबे समय तक संघर्ष किया। उनके प्रयासों के कारण महाविद्यालय में आज एनसीसी की सुविधा उपलब्ध है।

नई कार्यकारिणी के सदस्य
राज्य उपाध्यक्ष अनीश धायल ने संगठन के उद्देश्य और सिद्धांतों को समझाया। 29 सदस्यीय नई कार्यकारिणी में शामिल हैं:

  • उपाध्यक्ष: उमरान, शिवानी सैनी, अमित चौधरी, रवि चौधरी, ऋषब शर्मा
  • संयुक्त सचिव: अंकित वर्मा, गुनगुन सहनोलिया, रितिका चौधरी, सहजाद, प्रियंका चौधरी, खुशी सैनी
  • सदस्य: सोनू रावत, नितिन शेखावत, रोहित निर्वाण, साहिल, मो॰ मुसैफ, नितिन, प्रवीण सिंह, विशाल सिंह, अब्दुल, साद, सोनाम, प्रिया भाटी जी, विक्रांत सिंह, शमशाद ख़ान

छात्रों ने की मांगें
नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष पिंटू सैनी के नेतृत्व में छात्रों ने पाँच सूत्री मांगों के लिए प्राचार्य कार्यालय का घेराव किया। मुख्य मांगें थीं:

  • डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना
  • पुस्तकालय में नई किताबें
  • खेल मैदान की व्यवस्था
  • खेल प्रभारी (PTI) की नियुक्ति
  • 75% हाजिरी सुनिश्चित करना

सैकड़ों छात्रों ने किया समर्थन
इस दौरान जिला संयुक्त सचिव मोहित, मलसीसर तहसील अध्यक्ष सोयब ख़ान, छात्रसंघ अध्यक्ष कपिल चोपड़ा, नितिन गोवला, कविता, वर्षा, दिव्या, रितु सहित सैकड़ों छात्र मौजूद रहे।

स्थानीय छात्रों की प्रतिक्रिया
छात्रों ने कहा, “नई कार्यकारिणी के गठन से छात्र हितों के मुद्दों पर प्रभावी कार्रवाई होगी और महाविद्यालय में सुविधाओं में सुधार होगा।