अरावली की गोद में भक्ति का भव्य उत्सव
उदयपुरवाटी। कैलाश बबेरवाल अरावली पहाड़ियों में स्थित सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ शाकंभरी माता, उदयपुरवाटी में आगामी प्राकट्य महोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। कस्बे में इस अवसर पर भक्ति, आस्था और सेवा का अनूठा संगम नजर आ रहा है।
चुनरी पद यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में
प्राकट्य महोत्सव के मुख्य आकर्षण के रूप में आयोजित होने वाली भव्य चुनरी पद यात्रा की तैयारियां अब अंतिम दौर में हैं। इस बार माता को ढाई किलोमीटर लंबी दो चुनरियां अर्पित की जाएंगी, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक आयोजन होगा।
गायत्री प्रज्ञापीठ में सजी भक्ति की छटा
स्थानीय गायत्री प्रज्ञापीठ, भुरीकुड़ी में महिलाओं द्वारा चुनरी तैयार करने का कार्य पूरे श्रद्धाभाव से किया गया। सावित्री देवी की अगुवाई में दर्जनों महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर माता की चुनरी सजाई।
मंगल गीतों से गूंजा परिसर
इस दौरान परिसर माता के जयकारों और मंगल गीतों से गूंज उठा। महिलाओं ने चुनरी पर गोटा, बूटियां और आकर्षक सजावट कर उसे भव्य स्वरूप दिया, जो माता के प्रति अटूट श्रद्धा का प्रतीक है।
सैकड़ों महिलाएं होंगी शामिल
प्राकट्य दिवस पर होने वाली लगभग 17 किलोमीटर लंबी पद यात्रा में सैकड़ों महिलाएं भाग लेंगी। इस आयोजन में रामा देवी, सज्जना देवी, तीजा देवी, मोनिका देवी, सुमन देवी, संजू देवी कुमावत, मंजू कुमावत, केसरी देवी, श्रवणी देवी, मेवा देवी, बनारसी देवी, सोनी देवी, बबीता सैनी, प्रिया सैनी, संगीता सहित अनेक श्रद्धालुओं ने सक्रिय योगदान दिया।