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श्रावण मास में लगी बाघेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की भीड़

सावन के पहले सोमावार पर बाघेश्वर धाम में स्नान करते श्रद्धालु।
सावन के पहले सोमावार पर बाघेश्वर धाम में स्नान करते श्रद्धालु।

खेतड़ी नगर[हर्ष स्वामी ] अरावली पहाड़ी में बसा हुआ सतयुग का महान तीर्थ स्थल बाघेश्वर धाम जहां पर राजस्थान सहित आस पास के राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित दूर दराज के श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते है। सावन के पहले सोमवार को बाघेश्वर धाम पर श्रद्धालुओं की भीड़ जूटी। धाम के महंत शंभुनाथ ने बताया कि पुराणों के अनुसार सतयुग में भृगु ऋषि ने इस स्थान पर तपस्या की थी। उन्होंने बताया कि कहावत यह भी है हिरणकश्यप के पापों से दुखी होकर भगवान ने नरसिंह का रूप धारण करके उसका वध किया और यहां पर आकर जल निकालकर अपने नाखुन धोये थे। इसलिए इस पवित्र जगह को हस्त गंगा के नाम से भी जाना जाता है। आज भी पहाड़ों के बीच से जल पवित्र कुंड में आकर इकट्ठा होता है जहां से कावड़िए जल भरकर ले जाते है। यहां पर हर वर्ष बैशाख सुदी चौदस को नरसिंह जयंति पर मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें दूर दराज के श्रद्धालु यहां पर बच्चों के जात जडुले उतारने के लिए आते है। पुजारी जगदीश ने बताया कि श्रावण मास में श्रद्धालु यहां से जल(कावड़)ले जाकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करते है। धाम पर भगवान नरसिंह व शिवलिंग बने हुए हैं, जहां पर श्रद्धालु जल चढ़ाते हैं। श्रावण के पहले सोमवार को धाम पर शिवभक्तों का तांता लगा हुआ था।