झुंझुनूं के टांई जोहड़ की खाई में मिली सेनेटरी पैड की जांच में पता चला कि यह सरकारी सप्लाई की पैड नहीं थी।
जांच के लिए कमेटी गठित
सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जिला औषधि भंडार के प्रभारी डॉ जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई। इसमें फार्मासिस्ट ग्रेड प्रथम विकास महला और फार्मासिस्ट अशोक कुमार शामिल थे।
स्थानीय जन और सरपंच की भागीदारी
जांच के दौरान स्थानीय सरपंच और ग्रामीणों को मौके पर बुलाकर पैड का निरीक्षण कराया गया।
निष्कर्ष
जांच में पता चला कि पैड पर एमआरपी अंकित थी, जो सरकारी सप्लाई पैड पर नहीं होती।
आगे की कार्रवाई
कमेटी ने सैंपल लेकर एडीसी औषधि नियंत्रण कार्यालय को भेजा। इसमें उत्पादनकर्ता की जांच और निजी मेडिकल स्टोर की सप्लाई पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
स्थानीय स्वास्थ्य सुरक्षा पर असर
इस घटना से यह साफ हुआ कि समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग की सप्लाई की निगरानी आवश्यक है ताकि कोई भी अवैध या एक्सपायर पैड आम जनता तक न पहुंचे।