ज्योति विद्यापीठ में शिक्षकों की एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
बगड़ (झुंझुनूं)। स्थानीय ज्योति विद्यापीठ स्कूल में एक दिवसीय अध्यापक-अध्यापिका कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत शिक्षण विधियों में नवाचार को बढ़ावा देना रहा।
गणेश वंदना और सरस्वती पूजन से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना व सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य किरण देवी ने मुख्य अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
विशेषज्ञों ने साझा की शिक्षण की नई विधियां
कार्यशाला में मुंबई से श्वेता ओझा (रिसोर्स पर्सन), जयपुर से एजे पांडे (जोनल मैनेजर), और कुलदीप सिंह (एरिया मैनेजर, रचना सागर) उपस्थित रहे।
श्वेता ओझा ने बताया कि “आज के समय में केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित रहना पर्याप्त नहीं है। बच्चों को एक्टिविटी-बेस्ड लर्निंग, प्रैक्टिकल प्रयोग और सहभागिता के माध्यम से ज्यादा अच्छी शिक्षा दी जा सकती है।”
उन्होंने NEP के तहत सीखने की प्रक्रिया को आनंददायक बनाने पर जोर दिया।
प्रतिभागी शिक्षकों को मिला प्रमाणपत्र
कार्यशाला में कुल 50 अध्यापक-अध्यापिकाओं ने भाग लिया। सत्र के अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
विद्यालय प्रबंधक चिरंजी लाल सैनी ने अंत में पूरी टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “ऐसी कार्यशालाएं शिक्षकों को शिक्षा की नवीन तकनीकों से जोड़ती हैं और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में मदद करती हैं।”