प्रदूषण पर जिला प्रशासन की गंभीरता का दिखा असर, झुंझुनू जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने ली बैठक

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर गिरा

झुंझुनूं, हरियाणा पंजाब में पराली जलाने से प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर जिला प्रशासन की गंभीरता से झुंझुनूं में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। सोमवार को झुंझुनूं का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 182 रहा, जो कि तुलनात्मक रूप से काफी कम रहा। जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने इस संबंध में सोमवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर समीक्षा की। बैठक में एसपी शरद चौधरी ने भी अवैध खनन पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान विभिन्न विभागों के कार्यों की भी समीक्षा की गई। बैठक में एडीएम अजय कुमार आर्य, एएसपी हेमंत कुमार समेत जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

यह उपाय सुनिश्चित करने के निर्देशः

जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए क्रेशर संचालकों की नियमित जांच करने के निर्देश देते खनन स्थल के आसपास पानी का नियमित छिड़काव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी मखनलाल जांगिड़ में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनो पर चालान की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

अलग-अलग जगहों पर प्रदूषण स्तर जांच करने के निर्देशः

बैठक में जिला कलक्टर मीणा ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुधीर यादव को झुंझुनूं जिले में चिड़ावा, नवलगढ़ समेत 10 अलग-अलग जगहों पर पोर्टेबल डिवाइस के जरिए प्रदूषण जांच करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने खनन स्थल के पास पौधारोपण के भी निर्देश दिए। उन्होंने खनन अभियंता से भी खनन से प्रदूषण पर प्रभाव के बारे में विस्तार से जानकारी ली। जिला कलक्टर ने ईट भट्टों पर भी प्रदूषण को रोकने की गाईडलाईन की पालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।