उदयपुरवाटी की सड़क बदहाल, जनता प्रदर्शन के मूड में
खस्ताहाल सड़कें और प्रशासन की निष्क्रियता
उदयपुरवाटी,कैलाश बबेरवाल। शहर की मुख्य स्टेट हाईवे, सीकर-दिल्ली और झुंझुनू-जयपुर, वाहन चालकों के लिए अब ‘मौत का कुआं’ बन गई हैं। प्रशासन और नगरपालिका की लापरवाही के कारण सड़कें गड्ढों और जलभराव से भरी हुई हैं।
बीओटी टोल वसूली जारी
हालांकि सड़कें खस्ताहाल हैं, बीओटी (BOT) कंपनी वाहन चालकों से टोल वसूलने में जुटी है। नियमों के अनुसार टोल तभी वसूला जा सकता है जब सड़क मोटरेबल हो, लेकिन यहाँ हालात इसके विपरीत हैं। सड़क पर गहरे गड्ढे और जलभराव दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
सड़क पर बहता गंदा पानी
नगरपालिका क्षेत्र में सड़कों पर सीवरेज का गंदा पानी बह रहा है। निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण सड़कें जलमग्न हैं।
- दुकानदारों का दर्द: गंदे पानी से ग्राहकों का आना कठिन।
- छात्रों की मुसीबत: स्कूली बच्चे भी गंदगी पार कर स्कूल जा रहे हैं।
कुंभकर्णी नींद में प्रशासन
स्थानीय लोग कहते हैं कि प्रशासन और नगरपालिका अध्यक्ष कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं। जनता प्रदर्शन कर चुकी है, लेकिन प्रशासन केवल आश्वासन और फौरी राहत दे रहा है।
हादसों और बीमारी का खतरा
सड़क पर जमा पानी और गड्ढे दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य संकट का कारण बन रहे हैं। वाहन फिसल रहे हैं और राहगीर घायल हो रहे हैं।
जनता का अल्टीमेटम
स्थानीय लोग चेतावनी दे चुके हैं कि यदि हालात सुधारे नहीं गए, तो दोनों स्टेट हाईवे अनिश्चितकालीन चक्का जाम किए जाएंगे। प्रशासन की लापरवाही की कीमत जनता सड़क पर उतरकर चुका सकती है।
जिम्मेदार कौन?
किसी बड़ी अनहोनी या आंदोलन की स्थिति में जिम्मेदार होंगे टोल प्रबंधन, सड़क विभाग, नगरपालिका अध्यक्ष और सुस्त प्रशासनिक अधिकारी। अब देखना यह है कि प्रशासन जागता है या जनता को अपनी ताकत दिखानी पड़ेगी।